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मणिपुर में फिर सुलगी हिंसा की आग, BJP नेता के घर पर हमला, 2 की मौत, कई घायल

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के कूकी-जो समुदाय के अलग प्रशासन की मांग को खारिज करने के बयान के बाद इम्फाल के बाहरी इलाके में हिंसा भड़क उठी है. यहां एक महिला की मौत हो गई है वहीं कथित उग्रवादियों की गोलीबारी में कई घायल हो गए, जिसमें पुलिसकर्मी भी शामिल है.

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Edited By: India Daily Live
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Courtesy: Social Media

मणिपुर के इंफाल पश्चिम जिले में एक बार से हिंसा भड़की है. यहां उग्रवादियों के हमले में एक महिला सहित दो लोगों की मौत हो गई है. वहीं एक बच्ची और पुलिस अधिकारी समेत 9 घायल है. पुलिस के मुताबिक उग्रवादियों ने पहाड़ी के ऊपरी इलाके से कोत्रुक और कडांग बांड घाटी के निचले इलाकों में फायरिंग की और ड्रोन से भी हमला किया गया है. अचानक हुए इस हमले की वजह से महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों सहित कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भागने के लिए मजबूर होना पड़ा.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 9 घायलों में से 5 को गोली लगी है, जबकि बाकी को बम के छर्रे लगे हैं. स्थानीय लोगों ने दावा किया है कि हमले में ड्रोन बम का इस्तेमाल हुआ है.

मणिपुर में फिर से हिंसा

फिलहाल पुलिस ने इस ताजा हिंसा पर चुप्पी साध रखी है. वहीं लोगों का दावा है कि एक ड्रोन से घर पर बम गिराया गया है. स्थानीय लोगों ने ड्रोन द्वारा बम गिराने के कथित वीडियो भी साझा किया गया है जिसमें लोग अपनी जान बचाने के लिए दौड़ रहे हैं. हालांकि वीडियो का सत्यापन नहीं किया गया है. 

बीजेपी प्रवक्ता के घर में लगी आग

दरअसल पेनियल में बीजेपी प्रवक्ता टी माइकल एल हाओकिप के घर में आग लगाई गई है. हाओकिप ने सोशल मीडिया एक्स पर एक वीडियो शेयर करते हुए आरोप लगाया है कि यह काम कुकी समुदाय के लोगों ने किया है. हाओकिप ने कहा कि उनके घर पर एक साल में तीसरी बार हमला हुआ है. पिछले हफ्ते भी 30 से ज्यादा हथियारबंद लोगों ने कई राउंड की फायरिंग की थी.

क्या है पूरा मामला?

दरअसल कुकी जो समुदाय के लोगों ने 31 अगस्त को मणिपुर के चुराचांदपुर, कांगपोकपी और टेंग्नौपाल में रैलियां निकाली. यह संगठन मणिपुर में अलग कुकीलैंड की मांग कर रहे हैं, जो केंद्र शासित प्रदेश हो. बता दें कि मणिपुर में 3 मई 2023 से कुकी और मैतेई समुदाय के बीच आरक्षण को लेकर हिंसा चल रही है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार हिंसा की अब तक 226 लोगों की मौत हो चुकी है. 1100 से ज्यादा लोग इस हिंसा में घायल हुए. वहीं करीब 65 हजार से ज्यादा लोगों ने अपना घर छोड़ दिया.