कुनो नेशनल पार्क में गूंजी किलकारी, दो नए चीतों का हुआ जन्म, संख्या बढ़कर हुई 26

कुनो नेशनल पार्क में चीतों की संख्या में वृद्धि इस परियोजना की सफलता की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है, और यह निश्चित रूप से मध्यप्रदेश के लिए एक सकारात्मक संकेत है.

@byadavbjp

मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में  स्थित कुनो नेशनल पार्क (KNP) में दो नए चीतों का जन्म हुआ है. यह घटना भारत के चीतों के पुनःपरिचय कार्यक्रम के लिए एक अहम कदम साबित हो रही है. इस जन्म से कुनो पार्क में चीतों की कुल संख्या अब 26 हो गई है, जिसमें 12 वयस्क और 14 शावक शामिल हैं.

वीरा ने दिए दो स्वस्थ शावक

इन नए शावकों का जन्म 5 साल की दक्षिण अफ्रीकी चीता 'वीरा' से हुआ. इस खुशी की सूचना मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर दी, साथ ही नवजात शावकों की तस्वीर भी साझा की. मुख्यमंत्री ने लिखा, "कुनो फिर से शावकों की हंसी से गूंज उठा... दो नन्हे चीतों ने मध्यप्रदेश के 'जंगल बुक' में कदम रखा."

चित्तों के संरक्षण में सफलता की ओर बढ़ते कदम

मुख्यमंत्री ने इस सफल जन्म के लिए अधिकारियों, पशु चिकित्सकों और क्षेत्रीय कर्मचारियों को बधाई दी. उन्होंने कहा, "इनकी कठिन मेहनत के परिणामस्वरूप आज मध्यप्रदेश को 'चीतों की भूमि' के रूप में जाना जाता है." उन्होंने यह भी जोड़ा कि चीतों की बढ़ती संख्या राज्य के पर्यटन उद्योग को प्रोत्साहित कर रही है और रोजगार के नए अवसर खोल रही है.

प्राकृतिक पर्यटन में नई उम्मीदें

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि चीतों की संख्या में वृद्धि से राज्य के पर्यटन को प्रोत्साहन मिलेगा. यह राज्य के विकास के साथ-साथ चीतों के संरक्षण, प्रचार और पुनर्स्थापन में सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.

चित्तों का भारत में पुनःपरिचय

कुनो नेशनल पार्क ने सितंबर 2022 में भारत में अफ्रीकी चीतों का पुनःपरिचय करने का अहम कार्य किया. इस पहल के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नामीबियाई चीतों को कुनो पार्क में छोड़ने का ऐलान किया था. इन चीतों के पुनःपरिचय से भारत में इस प्रजाति के लुप्त होने के बाद 70 साल के अंतराल के बाद चीतों की वापसी हुई है.

हाल ही में, दिसंबर 2024 में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा नामित चीता 'आशा' ने तीन शावकों को जन्म दिया था. हालांकि, इससे पहले नवंबर 2024 में चीता 'नीर्वा' के दो शावकों की जन्म के बाद मौत हो गई थी. जनवरी 2024 तक कुनो नेशनल पार्क में 10 चीतों की मौत हो चुकी है, जिनमें 7 वयस्क और 3 शावक शामिल थे.

चीतों के संरक्षण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता

भारत में चीतों के पुनःपरिचय और उनकी बढ़ती संख्या से यह स्पष्ट हो रहा है कि सरकार इस प्रजाति के संरक्षण और प्रचार में गंभीर है. कुनो पार्क में दो नए शावकों का जन्म इस बात का प्रमाण है कि यह परियोजना धीरे-धीरे सफल हो रही है, और भारत में एक स्थायी चीता जनसंख्या की स्थापना की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं.

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बताया कि बुधवार को अधिक चीतों को कुनो पार्क के खुले जंगलों में छोड़ने की योजना है. इन चीतों में दक्षिण अफ्रीकी नर जोड़ी 'वायु' और 'आग्नी' शामिल हैं, जिन्हें दिसंबर 2024 में जंगल में छोड़ दिया गया था.