Mars: अगर आप उत्तर प्रदेश या फिर बिहार के हैं तो ये खबर आपको गौरवान्वित कर सकती है. दरअसल, यूपी और बिहार की गूंज मंगल ग्रह तक पहुंच चुकी है. अहमदाबाद की फिजिकल रिसर्च लेबोरेटरी (पीआरएल) ने मंगल ग्रह पर तीन अननोन टुकड़ों (क्रेटर) की खोज की थी. अब इन तीन टुकड़ों के नाम रख दिए गए हैं. अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ ने इनके नामों पर मुहर लगा दी है. इन टुकड़ों में से एक का नाम पीआरएल के पूर्व डायरेक्टर और दो के नाम यूपी और बिहार के कस्बों के नाम पर रखे गए हैं.
मंगल ग्रह पर थार्सिस ज्वालामुखी क्षेत्र में 21.0°S, 209°W के आसपास ये तीनों क्रेटर स्थित हैं. इनके आधिकारिक नाम की पुष्टि हो चुकी है. इन तीनों क्रेटर के आधिकारिक नाम हैं लाल क्रेटर, मुरसान क्रेटर और हिल्सा क्रेटर. आइए अब इन तीनों क्रेटर के बारे में जानने की कोशिश करते हैं.
बिहार और यूपी के कस्बों के नाम पर क्रेटर का नामकरण
प्रोफेसर देवेंद्र लाल के नाम पर लाल क्रेटर का नाम रखा गया है. वह फिजिकल रिसर्च लेबोरेटरी के डायरेक्टर पर रखा गया है. उन्होंने भौतिक विज्ञान में बहुत रुचि थी. वह पृथ्वी और ग्रह वैज्ञानिक थे. प्रोफेसर देवेंद्र लाल अपने शोध रुचियों की विविधता और रचनात्मकता के लिए जाने जाते थे. यह क्रेटर 65 किलोमीटर चौड़ा है.
बात करें मुरसान क्रेटर की तो यह लाल क्रेटर के पूर्वी किनारे पर स्थित 10 किलोमीटर चौड़ा है. इसका नाम भारत के उत्तर प्रदेश के एक कस्बे के नाम "मुरसान क्रेटर" पर रखा गया है. यह कस्बा हाथरस जिले में है. वहीं, हिलसा क्रेटर की बात करें तो यह भी 10 किलोमीटर चौड़ा है. इसका नाम बिहार के नालंदा जिले में पड़ता है.
मंगल ग्रह पर पाए गए 3 क्रेटर का नाम यूपी और बिहार के कस्बों के नाम पर पड़ना एक तरह से इन प्रदेशों के लोगों के लिए खुशी का पल है. बहुत कम ही ऐसा होता है जब अंतरिक्ष में किसी शहर या कस्बे का नाम गूंजता है.