दिल्ली में गोकशी के मामले में दो आरोपी गिरफ्तार, एक नाबालिग भी शामिल
दिल्ली पुलिस ने सोमवार को सिग्नेचर ब्रिज के पास गोकशी में संलिप्त पाए गए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें से एक नाबालिग है.
दिल्ली पुलिस ने सोमवार को सिग्नेचर ब्रिज के पास गोकशी में संलिप्त पाए गए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें से एक नाबालिग है. अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई सुबह आठ बजकर 20 मिनट पर प्राप्त एक सूचना के आधार पर की गई.
न्यू उस्मानपुर थाने की पुलिस को सुबह एक कॉल प्राप्त हुई, जिसमें इलाके में गोकशी की जानकारी दी गई थी. सूचना मिलते ही पुलिस टीम तत्काल घटनास्थल पर पहुंची, जहां रूपेश राणा नामक व्यक्ति पहले से मौजूद था.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया
"जब हमारी टीम मौके पर पहुंची, तो वहां दो लोग गोकशी कर रहे थे. हमने तुरंत उन्हें पकड़ लिया और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी."
घटनास्थल से बरामद हुए कई सबूत
पुलिस ने मौके से गायों के अवशेष, गोकशी में प्रयुक्त औजार, एक सीरिंज, दवा की बोतल और पशुओं को लाने-ले जाने में उपयोग होने वाली एक कार जब्त कर ली. अधिकारियों ने बताया कि इस घटना के संबंध में प्राथमिकी (FIR) दर्ज कर ली गई है और पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गोकशी गिरोह में और कौन-कौन शामिल हैं.
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ आरोपियों का वीडियो
इस घटना के बाद, स्थानीय गौरक्षकों द्वारा पकड़े गए आरोपियों का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में आरोपी स्वीकार कर रहे हैं कि वे पिछले एक-दो सप्ताह से इस गोकशी के धंधे में शामिल थे और उनके अन्य साथी भी दिल्ली में इस अवैध गतिविधि को अंजाम दे रहे थे.
वीडियो में एक आरोपी यह कहता हुआ नजर आ रहा है "हमारे दो साथी एक कार में दो कटी हुई गायें लेकर भाग गए. इस गिरोह का मुख्य सरगना गाजियाबाद का रहने वाला है. वह हर हफ्ते दो से तीन बार इस काम को अंजाम देता है और हर बार लगभग दो से तीन गायों का वध किया जाता है."
नाबालिग भी था शामिल, 200 रुपये लेकर बना हिस्सा
पकड़े गए आरोपियों में एक 16 वर्षीय किशोर भी शामिल था, जिसने खुलासा किया कि उसने एक दिन पहले ही इस काम की शुरुआत की थी. उसके अनुसार, आरोपियों में से एक ने उसे सीलमपुर के पास छोड़ा और 200 रुपये दिए. उसने यह भी बताया कि इस गिरोह के सदस्यों को हर बार 500 से 2,000 रुपये तक की रकम दी जाती थी.
पुलिस कर रही है गहन जांच
दिल्ली पुलिस इस पूरे मामले की गहन जांच कर रही है और पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गिरोह में और कितने लोग शामिल हैं. साथ ही, इस घटना के पीछे की मुख्य साजिश रचने वालों की भी तलाश की जा रही है. गोकशी का यह मामला दिल्ली में बढ़ते अवैध पशु वध और संगठित अपराध की ओर इशारा करता है. पुलिस की तत्परता से दो आरोपी पकड़े गए, लेकिन मुख्य अपराधी अब भी फरार हैं. यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे की जांच में और क्या खुलासे होते हैं.