देशभर के मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए कराई जाने वाली परीक्षा NEET इस बार विवादों में है. विपक्ष लगातार इस पर सवाल उठा रहे है. पेपर लीक की जांच जारी है और ग्रेस मार्क पाकर मेरिट लिस्ट में आने वालों की दोबारा परीक्षा कराई गई है. इस बीच तमिल फिल्मों के अभिनेता और तमिलागा वेत्रि कझगम (TVK) के नेता विजय थलपति ने मांग उठाई है कि NEET की समस्या के समाधान के लिए संविधान में संशोधन किया जाए. विजय थलपति ने कहा है कि शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए एक नई और स्पेशल समवर्ती सूची बनाई जानी चाहिए. बता दें कि तमाम मांगों के बावजूद सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा है कि परीक्षा को रद्द नहीं किया जाएगा.
अपनी पार्टी TVK के एक कार्यक्रम में बोलते हुए विजय थलपति ने कहा, 'NEET परीक्षा पर से लोगों का भरोसा उठ गया है. देश को NEET की जरूरत नहीं है. नीट से छूट ही अब एकमात्र उपाय है. मैं तमिलनाडु विधानसभा में पास किए गए उस प्रस्ताव का खुले दिल से स्वागत करता हूं जिसमें नीट का विरोध किया गया है. मैं केंद्र सरकार से मांग करता हूं कि वह तमिलनाडु के लोगों की भावनाओं का सम्मान करे.'
Chennai, Tamil Nadu | Speaking at a party event, TVK chief and actor, Vijay says, "People have lost faith in NEET examination. The nation doesn't need NEET. Exemption from NEET is the only solution. I wholeheartedly welcome resolution against NEET which was passed in the State… pic.twitter.com/PatKO7MSWU
— ANI (@ANI) July 3, 2024
उन्होंने आगे कहा, 'शिक्षा को समवर्ती सूची से हटाकर राज्य सूची में शामिल किया जाना चाहिए. एक अंतरिम समाधान के लिए भारतीय संविधान में संशोधन करके एक विशेष समवर्ती सूची बनाई जानी चाहिए. शिक्षा और स्वास्थ्य को इसी विशेष समवर्ती सूची में रखना चाहिए.' उन्होंने कहा कि नीट परीक्षा पिछले और अति पिछड़े वर्ग के बच्चों के लिए संघर्ष जैसी हो गई है.
विजय थलपति ने यह भी मांग की है कि राज्य बोर्ड में पढ़ने वाले बच्चे नीट की परीक्षा NCERT स्लेबस के हिसाब से नहीं दे सकते हैं. उन्होंने कहा, 'जिन बच्चों ने स्टेट बोर्ड में पढ़ाई की है, वे नीट की परीक्षा NCERT स्लेबस के हिसाब से कैसे दे सकते हैं? हाल ही में हुई घटना ने इस परीक्षा की विश्वसनीयता खत्म कर दी है.'
बता दें कि विजय थलपति की पार्टी ने तमिलनाडु और पुदुचेरी के उन बच्चों के सम्मान में एक कार्यक्रम का आयोजन किया था जिन्होंने 10वीं और 12वीं की परीक्षा में अच्छे अंक हासिल किए हैं.