जानवरों जैसा बर्ताव, कोई पछतावा नहीं...पोर्नोग्राफी एडिक्ट है कोलकाता कांड का आरोपी संजय रॉय

सीबीआई अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि संजय रॉय ने उस अपराध के लिए कोई पश्चाताप नहीं दिखाया. उसने बिना किसी हिचकिचाहट के जांच एजेंसी को पूरा अपराध बता दिया. अधिकारी ने बताया कि उस व्यक्ति ने कोई पश्चाताप नहीं दिखाया और बिना किसी रुकावट के पूरे घटनाक्रम का हर छोटी-बड़ी बात बता दी.

Social Media

कोलकाता रेप और मर्डर केस का मुख्य आरोपी संजय एक शैतान मानसिकता का वाला शख्स है. कोलकाता के डॉक्टर बलात्कार-हत्याकांड के आरोपी संजय रॉय की साइक्लोजिस्टिक प्रोफाइलिंग से पता चला है कि वह एक विकृत व्यक्ति है और पोर्नोग्राफी का बहुत आदी है. एक सीबीआई अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि उस व्यक्ति में जानवर जैसी प्रवृत्ति है और पूछताछ के दौरान उसने सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के अंदर हुई जघन्य हत्या के लिए कोई पछतावा नहीं दिखाया. 

सीबीआई अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि संजय रॉय ने उस अपराध के लिए कोई पश्चाताप नहीं दिखाया, जिसकी वजह से पूरे देश में आक्रोश फैल गया. उन्होंने बिना किसी हिचकिचाहट के जांच एजेंसी को पूरा अपराध बता दिया. अधिकारी ने एजेंसी को बताया कि उस व्यक्ति ने कोई पश्चाताप नहीं दिखाया और बिना किसी रुकावट के पूरे घटनाक्रम का हर छोटी-बड़ी बात बता दी. ऐसा प्रतीत होता है कि उसे कोई पश्चाताप नहीं था.

सेमिनार हॉल में हुआ था हमला

कोलकाता की डॉक्टर अपनी 36 घंटे की शिफ्ट के दौरान अस्पताल के सेमिनार हॉल में आराम करने गई थीं, तभी उन पर हमला हुआ. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलता है कि उनके साथ बलात्कार किया गया और उन्हें बुरी तरह पीटा गया. उन्हें 16 बाहरी और नौ आंतरिक चोटें आईं और गला घोंटने से उनकी मौत हो गई. संजय रॉय को अपराध के एक दिन बाद गिरफ़्तार किया गया था. संजय रॉय के मोबाइल फोन पर कई अश्लील क्लिप मिलीं. 

केस की जांच कर रही है सीबीआई

अधिकारी ने कहा कि तकनीकी और वैज्ञानिक साक्ष्यों से पता चलता है कि आरोपी अपराध स्थल पर मौजूद था. सीसीटीवी फुटेज में वह 8 अगस्त को सुबह 11 बजे चेस्ट डिपार्टमेंट के आसपास दिखाई दे रहा है. 9 अगस्त को सुबह 4 बजे कैमरे में वह उसी बिल्डिंग में प्रवेश करता हुआ दिखाई दे रहा है. महिला की मृत्यु का अनुमानित समय 9 अगस्त को सुबह 3 से 5 बजे के बीच था.
सीबीआई इस बात की जांच कर रही है कि क्या पीड़िता की हत्या के पीछे कोई बड़ी साजिश थी. आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष से कई दिनों तक पूछताछ की है.