भारत समेत दुनिया के कई देशों में ब्रैंडेड कपड़ों, जूतों और अन्य चीजों की सस्ती कॉपी खूब मिलती हैं. PUMA और Adidas के महंगे जूतों की कॉपी भारत में 400 रुपये में भी मिल जाती है. भारत में ऐसी चीजों के कई बाजार हर शहर में आपको मिल जाएगा. हालांकि, इन चीजों के साथ विदेश यात्रा और खासकर अमेरिका की यात्रा करना आपके लिए मुश्किल भरा हो सकता है. अमेरिका में बड़े ब्रैंड की इन नकली कॉपी पर एयरपोर्ट पर ही कैंची चल सकती है. PUMA के बजाय POMA और Adidas के बजाय Adibas के नाम से बिकने वाली इन चीजों पर एयरपोर्ट पर ही एक्शन हो जाता है. कई बार तो यह भी देखा जाता है कि ब्रैंड के नाम पर बिकने वाले नकली कपड़ों को वहीं कैंची से काटकर बर्बाद भी कर दिया जाता है.
दरअसल, अमेरिका पहुंचने पर विदेशी यात्रियों का सामना सबसे पहले अमेरिकी कस्टम्स एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन (CPB) से होता है. अवैध चीजों की तस्करी रोकने के लिए सीपीबी ने अब एयरपोर्ट पर चौकसी बढ़ा दी है. बीते कुछ समय में यह देखा गया है कि भारत से जाने वाले यात्रियों और स्टूडेंट्स के पास से फर्जी लग्जरी आइटम्स भारी मात्रा में पकड़े गए हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत से गए कई यात्रियों ने बताया कि उनके सामने ही कस्टम अधिकारियों ने उनके कपड़े और समान फाड़ डाले और उन्हें कूड़े में फेंक दिया और वे बस देखते रह गए.
सीपीबी के नियमों के मुताबिक, कोई भी शख्स इस तरह का सिर्फ एक नकली ब्रांड वाला सामान ले जा सकता है. उसका इस्तेमाल निजी होना चाहिए और इसे बेचा नहीं जा सकता है. एक से ज्यादा चीजों की अनुमति नहीं है. इस तरह के एक-एक आइटम ही आप लेकर जा सकते हैं और 30 दिन में एक ही बार इस तरह की छूट दी जा सकती है. कानून के मुताबिक, इस तरह की चीजें अमेरिका में प्रवेश नहीं कर सकती हैं.
साल 2023 में अमेरिका में सबसे ज्यादा एक्सेसरीज 26.2 पर्सेंट, हैंडबैग और पर्स 24 पर्सेंट, घड़ियां और गहने 15.6 पर्सेंट, जूते 11.6 पर्सेंट, हेडगियर, 3.3 पर्सेंट, इलेक्ट्रॉनिक्स 3.1 पर्सेंट, चश्मे 3.1 पर्सेंट और दवाएं 2.8 पर्सेंट पकड़ी गई हैं. यानी भारत से जाने वाले लोगों के पास से इस तरह की चीजें पकड़ी गई हैं जो फर्जी ब्रांड की हैं. एक से ज्यादा चीजें होने पर इन्हें जब्त कर लिया जाता है या फिर वहीं नष्ट करके कूड़े में फें दिया जाता है.
अमेरिका गए कुछ लोगों ने बताया कि वे कई जोड़े कपड़े लेकर गए थे. वहां पहुंचते ही सवालों की झड़ी लगा दी गई. लोगों का कहना है कि उनसे ऐसे सवाल किए गए, जैसे वे कपड़ों की तस्करी कर रहे हों. लोगों को पता भी नहीं था कि वहां बड़े ब्रैंड की कॉपी वाले कपड़े और अन्य चीजें लेकर नहीं जा सकते. उन्हें कस्टम अधिकारियों ने रोक दिया और वे कुछ नहीं कर पाए. एक शख्स ने बताया कि उसका लगभग 30 हजार रुपये का सामान वहीं फाड़कर खराब कर दिया गया. वह अधिकारियों से अपील करते रहे लेकिन किसी ने कुछ नहीं सुना.
लोगों का यह भी कहना है कि जब इन नियमों का कहीं जिक्र नहीं है तो लोगों को इसके बारे में कैसे पता चलेगा. भारत में इनका चलन बेहद आम होने की वजह से लोगों को इसका अंदाजा भी नहीं होता.इसके बारे में सीपीबी ने बताया कि साल 2023 में 2.3 करोड़ सामान ऐसे पकड़े गए जो फर्जी ब्रैंड के थे. उनका कहना है कि अगर ये सामान बेचे जाते हैं तो इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स का उल्लंघन होता है इसीलिए इनको अनुमति नहीं दी जा सकती है.