TMC ने किया चुनाव आयोग का रुख, अब पूर्व जज गंगोपाध्याय पर लगाया आचार संहिता तोड़ने का आरोप
Abhijit Gangopadhyay Controversy: ममता बनर्जी पर कलकत्ता हाईकोर्ट के पूर्व जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय की ओर से की गई टिप्पणी के खिलाफ टीएमसी ने चुनाव आयोग का रुख करने का फैसला किया.

Abhijit Gangopadhyay Controversy: कलकत्ता हाईकोर्ट के पूर्व जस्टिस और बीजेपी उम्मीदवार अभिजीत गंगोपाध्याय की ओर से ममता बनर्जी पर की गई टिप्पणी के खिलाफ टीएमसी ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराने का फैसला लिया है. गंगोपाध्याय ने एक स्थानीय न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा है कि ममता बंद्योपाध्याय एर मोने होचे, मृत्यु घोंटा बेजे गेचे. जिसका मतलब है कि ऐसा लगता है कि ममता बनर्जी की मृत्यु की घंटी बज चुकी है).
टीएमसी के वरिष्ठ नेता और राज्य मंत्री स्नेहाशीष चक्रवर्ती ने कहा कि हमने तमलुक से बीजेपी उम्मीदवार अभिजीत गंगोपाध्याय ने ऐसी भाषा का इस्तेमाल किया है जिसका इस्तेमाल कभी नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है जैसे सीएम ममता बनर्जी की मृत्यु की घंटी बज चुकी है. भाजपा देश को कहां ले जाना चाहती है?
गंगोपाध्याय के खिलाफ चुनाव आयोग जाएंगे
स्नेहाशीष चक्रवर्ती ने कहा कि गंगोपाध्याय वह सीएम ममता के खिलाफ लगातार हमला बोल रहे हैं. जिसके खिलाफ हम चुनाव आयोग के पास जाएंगे. उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी महिला विरोधी पार्टी है और वह बार-बार महिलाओं पर इस तरह से हमला करती रही है.
दिलीप घोष के खिलाफ भी चुनाव आयोग पहुंची थी TMC
ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी की ओर से इससे पहले दिलीप घोष के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी. टीएमसी ने अपनी शिकायत में कहा था कि घोष की टिप्पणी ममता को 'अपने पिता का फैसला करना होगा' को अपमानजनक बताते हुए कहा था कि यह उनकी गरिमा को ठेस पहुंचाती थी. शिकायत में आगे कहा गया था कि इस तरह की टिप्पणियां ममता बनर्जी के कद को कमजोर करने के साथ साथ उनके व्यक्तिगत चरित्र और विनम्रता पर भी हमला करती हैं.
दिलीप घोष के खिलाफ टीएमसी ओर से शिकायत मिलने के बाद घोष को चुनाव आयोग ने नोटिस जारी किया था. दिलीप घोष को शुक्रवार शाम 5 बजे तक नोटिस का जवाब देने के लिए कहा गया है. बता दें, घोष बर्धमान-दुर्गापुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.