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यूसुफ पठान को ले ना डूबे मुर्शिदाबाद हिंसा के बाद चाय की चुस्की वाला पोस्ट, अपनों ने ही दाग दिए गंभीर सवाल

मुर्शिदाबाद से सांसद अबू ताहिर खान ने कहा कि यूसुफ पठान की अनुपस्थिति गलत संदेश देती है. उन्होंने कहा कि यूसुफ पठान बाहरी व्यक्ति हैं और क्रिकेटर से राजनेता बने हैं. वह हिंसा के वक्त गायब रहे, इससे गलत संदेश जाता है. उन्होंने कहा कि कोई यह नहीं कह सकता कि यह मेरा क्षेत्र नहीं है, मेरे लोग नहीं है, इसलिए मैं नहीं जाऊंगा.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
TMC MP Yusuf Pathan in trouble after Murshidabad violence for posting a picture of him sipping tea

वक्फ संशोधन विधेयक 2025 के विरोध में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में जमकर हिंसा हुई. कई बेकसूर लोगों को इस हिंसा की जद में आकर अपना घरबार छोड़ना पड़ा. हिंसा से प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए कलकत्ता हाई कोर्ट ने तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है.  इस हिंसा के बीच यूसुफ पठान की अनुपस्थिति चर्चा का विषय बन गई है. क्रिकेटर से राजनेता बने यूसुफ पठान बहरामपुर से टीएमसी के सांसद हैं. बता दें कि मुर्शिदाबाद में तीन लोकसभा क्षेत्र हैं- जंगीपुर, मुर्शिदाबाद और बहरामपुर. तीनों ही सीटों पर टीएमसी के सांसद हैं.

11 अप्रैल को जो हिंसा भड़की उसने जंगीपुर क्षेत्र के सुती, समसेरगंज और धुलियान इलाकों को सबसे ज्यादा प्रभावित किया. हालांकि यूसुफ पठान के इलाके में सीधे तौर पर कोई हिंसा नहीं हुई लेकिन यह इलाका हिंसाग्रस्त क्षेत्र से ज्यादा दूर नहीं है. इसलिए उनकी अनुपस्थित ने न केवल विपक्ष बल्कि टीएमसी के लोगों को भी परेशान किया है.

अब तक 270 लोग गिरफ्तार
मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा के सिलसिले में अब तक 270 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. 

यूसुफ पठान को लेकर साथी टीएमसी सांसदों ने क्या कहा

मुर्शिदाबाद से सांसद अबू ताहिर खान ने कहा कि यूसुफ पठान की अनुपस्थिति गलत संदेश देती है. उन्होंने कहा कि यूसुफ पठान बाहरी व्यक्ति हैं और क्रिकेटर से राजनेता बने हैं. वह हिंसा के वक्त गायब रहे, इससे गलत संदेश जाता है. उन्होंने कहा कि कोई यह नहीं कह सकता कि यह मेरा क्षेत्र नहीं है, मेरे लोग नहीं है, इसलिए मैं नहीं जाऊंगा.

टीएमसी के एक अन्य नेता और भरतपुर से विधायक हुमायूं कबीर ने कहा कि  पठान ने अपनी मर्जी से काम किया है. उन्होंने कहा कि वे गुजरात के एक प्रसिद्ध क्रिकेटर हैं. जनता ने उन्हें चुना  और वे जनता के साथ खेल खेल रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर वे जनता से नहीं जुड़े तो वे पार्टी में हाईकमान से संपर्क करेंगे ताकि अगली बार उन्हें टिकट ना मिले. कबीर ने कहा कि पठान ममता बनर्जी की विकास की पहल का हिस्सा नहीं हैं और वे संकट के समय लोगों के साथ भी खड़े नहीं हैं.

आखिरी बार रमजान पर दिखे थे पठान
रिपोर्ट्स के अनुसार, कुछ लोगों का कहना है कि यूसुफ पठान आखिरी पर रमजान के दौरान अपने क्षेत्र में देखे गए थे  जब उन्होंने कुछ इफ्तार पार्टियों में हिस्सा लिया था.

चाय की चुस्की वाले पोस्ट से घिरे पठान
पठान उस वक्त निशाने पर आए जब उन्होंने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की जिसमें वे चाय की चुस्की लेते हुए दिखाई दिए. पोस्ट के कैप्शन में उन्होंने ल लिखा- आरामदायक दोपहर, अच्छी चाय और शांत माहौल. बस पल का आनंद ले रहा हूं. इस पोस्ट पर पठान की आलोचना हुई जबकि उनके निर्वाचन क्षेत्र में 3 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग घायल हुए.