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India Daily

'तिरुमाला मंदिर को नो-फ्लाई जोन घोषित किया जाए', TTD चेयरमैन ने केंद्रीय उड्डयन मंत्री को लिखा पत्र

टीटीडी के अध्यक्ष नायडू ने कहा, तिरुमाला पहाड़ी पर कम ऊंचाई पर उड़ने वाले विमान, हेलीकॉप्टर और अन्य हवाई गतिविधियां श्रीवारी (भगवान वेंकटेश्वर) मंदिर के आसपास के पवित्र वातावरण को बिगाड़ रही हैं.

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Edited By: Gyanendra Sharma
tirumala temple
Courtesy: Social Media

टीटीडी के अध्यक्ष बीआर नायडू ने शनिवार को नागरिक उड्डयन मंत्री के राम मोहन नायडू से तिरुमला को नो-फ्लाई जोन घोषित करने के लिए हस्तक्षेप करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि आगम शास्त्र के सिद्धांतों, मंदिर की पवित्रता और श्रद्धालुओं की सुरक्षा और भावनाओं को ध्यान में रखते हुए तिरुमाला को नो-फ्लाई जोन घोषित किया जाना चाहिए.

नायडू ने कहा, तिरुमाला पहाड़ी पर कम ऊंचाई पर उड़ने वाले विमान, हेलीकॉप्टर और अन्य हवाई गतिविधियां श्रीवारी (भगवान वेंकटेश्वर) मंदिर के आसपास के पवित्र वातावरण को बिगाड़ रही हैं. तिरुमाला की पवित्रता तथा सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक विरासत की रक्षा के लिए टीटीडी अध्यक्ष ने केंद्रीय मंत्री से इस मामले में उचित कार्रवाई के लिए जवाब मांगा. तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) प्रसिद्ध भगवान वेंकटेश्वर मंदिर का संरक्षक है.

क्यों उठ रही मांग? 

टीटीडी अध्यक्ष ने इस बात पर जोर दिया कि मंदिर के ऊपर से विमानों या हेलीकॉप्टरों का उड़ान भरना न केवल धार्मिक भावनाओं को आहत कर सकता है, बल्कि सुरक्षा के लिहाज से भी जोखिम भरा हो सकता है. उन्होंने कहा कि यह स्थान दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित धार्मिक स्थलों में से एक है और इसकी शांति तथा आध्यात्मिकता को बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है.  

यह पहली बार नहीं है जब तिरुमला को नो-फ्लाई जोन घोषित करने की मांग उठी है. इससे पहले भी विभिन्न धार्मिक संगठनों और श्रद्धालुओं ने इस मुद्दे को लेकर सरकार से अनुरोध किया था. मंदिर प्रशासन का मानना है कि सरकार को इस मामले में जल्द से जल्द सकारात्मक निर्णय लेना चाहिए.