Monika Yadav Murder Case: मोनिका यादव मर्डर केस के दो साल पूरे हो गए. यह एक ऐसा केस रहा जिसकी चर्चा क्राइम की दुनिया में हमेशा होती है. दरअसल दिल्ली पुलिस की पूर्व कांस्टेबल मोनिका यादव ने दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल सुरेंद्र सिंह राणा से शादी करने से इनकार कर दिया था. जिसके बाद हेड कांस्टेबल सुरेंद्र सिंह राणा ने पहले मोनिका को दिल्ली के मुखमेलपुर के सुनसान इलाके में ले गया और उसे कई थप्पड़ मारे और फिर उसे 25-30 मीटर की ऊंचाई से नाले में फेंक दिया. उसने महिला की मां शकुंतला और बहन पूर्णिमा से भी झूठ बोला कि वह एक आदमी के साथ भाग गई थी और उससे शादी कर ली थी.
दिल्ली पुलिस ने पिछले दिसंबर में हत्या के मामले में दायर अपने आरोपपत्र में कहा था कि सुरेंद्र सिंह राणा ने मोनिका के शरीर को पानी के अंदर धकेलने और पत्थरों से ढकने से पहले उसने कथित तौर पर उसका गला घोंट दिया. अक्टूबर 2021 में जब मोनिका के लापता होने की सूचना मिली थी जब उसका परिवार पीजी आवास में गया था जहां वह रह रही थी लेकिन वह नहीं मिली. जिसके बाद उसी साल 20 अक्टूबर को पुलिस ने शिकायत दर्ज की.
पुलिस के अनुसार आरोप पत्र में राणा ने कहा कि मोनिका उसके साथ पीसीआर यूनिट में काम करती थी. वे धीरे-धीरे दोस्त बन गए और वह उसे पसंद करने लगा. उसके पिता के निधन के बाद उसने मुझ पर भरोसा करना शुरू कर दिया और हम एक-दूसरे से फोन पर बात करते थे. मैं चाहता था कि वह मेरी हो जाए हालांकि राणा शादीशुदा थे और उनका एक बच्चा भी था. मेरे परिवार और ससुराल वालों को इसके बारे में पता चल गया. मोनिका और मेरी पत्नी ने मुझे छोड़ने की धमकी दी.
आरोप पत्र के मुताबिरक पुलिस ने कहा "मोनिका ने यूपीएससी को आगे बढ़ाने के लिए पुलिस से इस्तीफा दे दिया था. राणा ने दावा किया कि उसने उसे संस्कृति आईएएस सेंटर में दाखिला दिलाया. दोनों मुखर्जी नगर के वर्धमान मॉल गए और राणा ने मोनिका को प्रपोज किया. राणा ने उससे कई बार शादी करने का अनुरोध किया लेकिन उसने कहा कि उसे आईएएस अधिकारी बनने के अपने पिता के सपने को पूरा करना है. उसके बाद राणा उसे यह कहकर अलीपुर ले गया कि उसकी बहन वहां है. बुधपुर में राणा ने उसे फिर से प्रपोज किया. इनकार करने के बाद मोनिका को रणा ने कई थप्पड़ मारे और उसे नाले में फेंक दिया. वह गिरने से बच गई और घटना का खुलासा करने की धमकी दी, जिसके बाद राणा ने उसका गला घोंट दिया और चट्टानों और पत्थरों के नीचे दबा दिया. शव ऊपर न आए इसके लिए उसे पत्थरों से ढक दिया. पिछले साल जब इस मर्डर केस का खुलासा हुआ, तो हर कोई हैरान रह गया."
दो साल तक इस हत्याकांड की कोई खबर नहीं लगी. राणा मोनिका के परिवार से झूठ बोलता रहा कि वो अरविंद नाम के लड़के के साथ भाग गई है. जब परिवार को शक हुआ तो मोनिका यादव ने 20 अक्टूबर, 2021 को मुखर्जी नगर पुलिस स्टेशन में एक शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की. दो साल बाद मोनिका के अवशेष नाले में मिले. पुलिस ने उन अवशेषों के डीएनए को मोनिका की मां के DNA से मिलाया, जिससे इस बात का खुलासा हुआ कि मोनिका की हत्या हुई है. जिसके बाद पुलिस ने राणा को पिछले सितंबर में गिरफ्तार किया.