नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पुंछ में 21 दिसंबर को आंतकियों ने सेना के दो वहनों पर हमला कर दिया. इस हमले में 5 सेना के जवान शहीद हो गए. घटना के बाद पूछताछ के लिए हिरासत में लिए तीन नागरिकों की मौत का मामला तुल पकड़ चुका है. तीन नागरिकों की मौत पर पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है. उधर सेना ने मारपीट से 3 सिविलियन की मौत के आरोपी जवानों के खिलाफ कोर्ट ऑफ इंक्वायरी शुरू कर दी है. सुरनकोट बेल्ट के प्रभारी ब्रिगेडियर लेवल के अधिकारी और 48 राष्ट्रीय राइफल्स के तीन जवानों को मौजूदा ड्यूटी से हटा दिया है.
दरअसल, 21 दिसंबर को आतंकियों ने सेना की 2 गाड़ियों पर हमला किया था. सुरनकोट इलाके में ढेरा की गली और बफलियाज में हुए हमले में 5 जवान शहीद हो गए थे. आतंकियों ने अमेरिकी M-4 कार्बाइन असॉल्ट राइफल से स्टील बुलेट फायर की थीं. हमले के बाद सेना ने कुछ स्थानीय नागरिकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया. उठाए गए 8 संदिग्धों में से 22 दिसंबर को 3 के शव मिले थे. इसके बाद पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज की है.
पीटीआई ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया है कि घटना से इलाके में तनाव और गुस्सा है. सेना ब्रिगेडियर स्तर के अधिकारी का तबादला कर दिया है. साथ ही 48 राष्ट्रीय राइफल्स के तीन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. सेना ने कथित यातना और उसके बाद तीन नागरिकों की मौत की घटना की कोर्ट ऑफ इंक्वायरी शुरू कर दी है. सुरक्षा बलों ने जिन लोगों को पूछताछ के लिए उठाया था, उनमें से तीन की लाशें मिलीं. मरने वालों में सफीर अहमद, मोहम्मद शौकत और शब्बीर अहमद का नाम शामिल है.
परिजन का आरोप है की इनती मौत पिटाई में लगी चोट के कारण हुई है. जवानों से पूछताछ के दौरान काफी सख्ती दिखाई. बता दें कि तलाशी के दौरान सेना के जवानों ने घटना के बारे में पूछताछ करने के लिए कुछ स्थानीय युवाओं को हिरासत में लिया था. हिरासत में लिए जाने के अगले दिन तीन युवर शामिल सफीर अहमद, मोहम्मद शौकत और शब्बीर अहमद मृत पाए गए थे.