लोकसभा चुनाव नतीजों से पहले के रुझान ने एग्जिट पोल्स को गलत साबित कर दिया है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को अकेले बहुमत भी नहीं मिल रहा है और अब वह अपने सहयोगियों पर निर्भर होने वाली है. इस बीच NDA में शामिल कई पार्टियों को लेकर कयासबाजी शुरू हो गई है. सीटों की संख्या के आधार पर देखा जाए तो चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार जैसे नेता बीजेपी का गेम खराब कर सकते हैं. सोशल मीडिया पर चर्चाएं हैं कि सबसे पहले चंद्रबाबू नायडू ही पाला बदल सकते हैं. 2019 में चंद्रबाबू नायडू ही वह नेता थे जिन्होंने नरेंद्र मोदी और बीजेपी के खिलाफ संयुक्त विपक्ष बनाने की कोशिशें की थीं. 2024 चुनाव के कुछ महीने पहले ही वह एनडीए में शामिल हुए थे.
अभी के रुझानों के मुताबिक, बीजेपी को 240 के आसपास सीटें मिलती दिख रही हैं. ऐसे में बीजेपी को कम से कम 32 सांसदों के समर्थन की जरूरत होगी, तभी वह सरकार बना पाएगी. ऐसे में चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी, नीतीश कुमार की जेडीयू, महाराष्ट्र में शिवसेना, अजित पवार की अगुवाई वाली एनसीपी बीजेपी का साथ छोड़ देती हैं तो बीजेपी के लिए बहुमत का जुगाड़ करना मुश्किल हो जाएगा.
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— India Daily Live (@IndiaDLive) June 4, 2024
चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, NDA में शामिल टीडीपी 16 सीटों पर और जेडीयू 15 सीटों पर आगे चल रही हैं. वहीं, NDA के अन्य सहयोगियों की संख्या दहाई में नहीं है. ऐसे में अगर नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू पाला बदल लेते हैं तो मामला गड़बड़ हो सकता है. दूसरी तरफ, बीजेपी की सरकार न बनने की स्थिति में अजित पवार, पवन कल्याण की जनसेना भी पाला बदल सकती हैं.
इस बीच खबरें आ रही हैं कि स्थिति को देखते हुए पीएम मोदी ने टीडीपी के मुखिया और आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू को फोन भी किया है. चर्चाएं हैं कि दोनों तरफ से चंद्रबाबू नायडू को अपने पाले में लाने की कोशिशे शुरू हो गई हैं. सोशल मीडिया पर चर्चाएं हैं कि कर्नाटक के डिप्टी सीएम डी के शिवकुमार भी चंद्रबाबू नायडू के संपर्क में हैं और उनके जरिए कांग्रेस भी नायडू से संपर्क साध रही है.
कुछ दिन पहले ही तेजस्वी यादव ने कहा था कि उनके चाचा यानी कि नीतीश कुमार 4 जून के बाद बड़ा फैसला ले सकते हैं. लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले ही एनडीए में लौटे नीतीश कुमार को लेकर चर्चाएं हैं कि वह एक बार फिर पलटी मार सकते हैं. अगर नीतीश कुमार एक बार फिर से महागठबंधन में लौटते हैं तो बीजेपी के लिए सरकार बना पाना बेहद मुश्किल हो जाएगा. हालांकि, नीतीश कुमार ने हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी की थी.