Delhi Assembly Elections 2025 Delhi Election

दिल्ली में कौन से '4M' फैक्टर्स ने बीजेपी को 27 साल बाद दिलाया दिल्ली का सिंहासन?

दिल्ली चुनाव के नतीजे भले ही अब तक पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हुए हैं लेकिन इसकी तस्वीर साफ हो चुकी है कि भारतीय जनता पार्टी 27 साल बाद दिल्ली के सिंहासन पर वापसी करने वाली है. इस चुनाव में बीजेपी ने 'M' फैक्टर पर ध्यान दिया, जिसने इस चुनाव की दिशा और दशा दोनों को ही बदल दिया.

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दिल्ली चुनाव के नतीजे भले ही अब तक पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हुए हैं लेकिन इसकी तस्वीर साफ हो चुकी है कि भारतीय जनता पार्टी 27 साल बाद दिल्ली के सिंहासन पर वापसी करने वाली है. इस चुनाव में बीजेपी ने 'M' फैक्टर पर ध्यान दिया, जिसने इस चुनाव की दिशा और दशा दोनों को ही बदल दिया. इस बार भाजपा ने '4M' पर ध्यान दिया और इससे बीजेपी को बंपर जीत मिली है.

पहला 'M' यानी महिला वर्ग को साधा

इस चुनाव में बीजेपी ने महिला मतदाताओं को साधने की पूरी कोशिश की और इसका परिणाम चुनाव में भी देखने को मिला है. भाजपा ने अपने संक्लप पत्र में वादा कि था कि अगर बीजेपी की सरकार बनती है, तो महिलाओं को 2500 रूपए प्रति महीने देने का वादा किया था. इसके अलावा एलपीजी सिंलेडर 500 में देने का वादा किया था, जबकि होली और दिवाली जैसे त्यौहारों पर मुफ्त में सिलेंडक देने की बात कही थी. यही नहीं भाजपा ने फ्री बिजली, फ्री पानी और महिलाओं के लिए फ्री बस जैसी आप सरकार की तमाम योजनाओं को उसी तरह से जारी रखने का भरोसा दिया था.

'M' मिडिल क्लास को लुभाया

दूसरे एम के तहत बीजेपी ने मिडिल क्लास को साधा और इसका उन्हें फायदा मिला है. सरकार ने चुनाव से पहले ही बजट 2025-26 पेश किया था, जिसमें 12 लाख तक के आय के लोगों को टैक्स में पूरी तरह से छूट दी गई थी. ये मिडिल क्लास के लिए बहुत बड़ी राहत थी क्योंकि एक आंकड़ों के मुताबिक इससे दिल्ली में 67 फीसदी आबादी टैक्स कर से छूट मिल जाएगी.

तीसरा 'M' यानी मोदी की गारंटी को बताया 

पिछले कुछ चुनावों में देखा गया है कि बीजेपी ने मोदी की गारंटी को जोरों-शोरों से उछाला है. इसी कड़ी में अब दिल्ली चुनाव में भी भाजपा ने मोदी की गारंटी के नारे को जोर से उठाया और यही कारण रहा कि भाजपा को इस चुनाव में सफलता मिली है.

चौथा 'M' यानी मुस्लिम वोटर

इस बार भाजपा ने मुस्लिम वोटर को भी साधा था और इसका असर भी देखने को मिला था. दिल्ली की 70 विधानसभा क्षेत्रों में से 7 सीटें ऐसी हैं, जहां पर मुस्लिम वोटर निर्णायक भूमिका निभाते हैं. इस सीटों में से मुस्तफाबाद सीट पर बीजेपी ने जीत दर्ज की, जबकि अन्य सीटों पर भी भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन किया है. इसमें ओखला की सीट भी शामिल है, जहां पर बीजेपी ने कड़ी टक्कर दी है.