menu-icon
India Daily

चोट लगी थी पैर में, डॉक्टर ने कर डाली प्राइवेट पार्ट की सर्जरी, अफसर की बात तो होश ही उड़ा देगी

महाराष्ट्र के शाहपुर में एक 9 साल के बच्चे के पैर की सर्जरी होनी थी, लेकिन डॉक्टरों ने चोटिल पैर की जगह लड़के के प्राइवेट पार्ट की सर्जरी कर दी. परिजनों की ओर से हंगामा करने के बाद डॉक्टरों ने उस बच्चे के पैर का ऑपरेशन किया. वहीं इस पूरे मामले पर मेडिकल अधिकारी ने कहा कि कुछ भी गलत नहीं हुआ था. फिलहाल मामले की जांच जारी है.

auth-image
Edited By: India Daily Live
THANE
Courtesy: SOCIAL MEDIA

महाराष्ट्र के ठाणे जिले से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है. यहां शाहपुर में 9 साल के लड़के को पैर में चोट लग गई थी, डॉक्टरों ने जांच पड़ताल कर कहा कि पैर का ऑपरेशन करना होगा. परिजनों की सहमति मिलने के बाद डॉक्टर बच्चे को ऑपरेशन थिएटर ले गए और पैर के बदले उसके प्राइवेट पार्ट का ऑपरेशन कर दिया. बाद में मामले की जानकारी होने पर बच्चे के परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया. इसके बाद डॉक्टरों ने बच्चे का दोबारा से पैर का ऑपरेशन किया.

परिवारवालों के मुताबिक उनके 9 साल के बेटे को खेतले समय पैर में चोट लग गई थी. जिसके बाद बच्चे के पिता ने इलाज के लिए शाहपुर उपजिला अस्पताल में भर्ती कराया था. जहां डॉक्टरों पैरों का एक्सरे कराना. उसमें पता चला कि उसके पैर में गंभीर चोट लगी है. डॉक्टरों ने कहा कि बच्चे के पैर का ऑपरेशन करना होगा. तब परिवारवालों ने इजाजत दे दी लेकिन उन्हें नहीं पता था डॉक्टर उनके बच्चे के साथ इतना गलत करेंगे. 

बच्चे का दोबारा हुआ ऑपरेशन


बच्चे को ऑपरेशन करने के बाद जब वार्ड में शिफ्ट किया गया तो वहां बच्चे की मां ने बेटे के पैर में घाव देखने की कोशिश की. इस दौरान पता चला कि पैरों का तो ऑपरेशन ही नहीं हुआ है. बल्कि उसके स्थान पर बच्चे के प्राइवेट पार्ट का ऑपरेशन कर दिया गया है. उसके बाद बच्चे की मां के शोर मचाने पर अस्पताल में हंगामा खड़ा हो गया. आनन फानन में डॉक्टरों ने बच्चे को दोबारा से ऑपरेशन थिएटर ले जाकर उसके पैरों का ऑपरेशन किया.

डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप

उधर इस मामले पर सफाई देते हुए अस्पताल के सीनियर डॉ. शिंदे ने बताया कि बच्चे को दो समस्याएं थीं. इसलिए दोनों ऑपरेशन एक साथ किए गए. उन्होंने बताया कि ऑपरेशन के दौरान कुछ मरीजों के परिजन बदल गए थे, इसलिए गलतफहमी हो गई. उधर, बच्चे के परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा खड़ा कर दिया है. इसी के साथ बच्चे को अस्पताल से डिस्चार्ज कराने से भी इनकार कर दिया है.

मामले की शिकायत दर्ज


लड़के के माता-पिता ने शाहपुर पुलिस में मामले की शिकायत की है. हालांकि इस संबंध में अभी तक कोई केस दर्ज नहीं हो पाया है. एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक शिकायत की जांच चल रही है.वहीं सिविल सर्जन डॉक्टर कैलास पवार ने कहा कि स्वास्थ्य अधिकारी आरोपों की जांच करेंगे.