दिल्ली मेट्रो में लगे आसाराम के पोस्टर पर मचा बवाल, DMRC ने लिया एक्शन
दिल्ली मेंट्रो के अंदर आसाराम का एक विज्ञापन नजर आया, जिसमें रेप मामले का अपराधी माता-पिता पूजन दिवस के बारे में संदेश देते नजर आ रहे हैं. इस फोटो को एक वकील द्वारा शेयर किया गया, जिसका बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने डीएमआरसी को लोगों ने ट्रोल कर दिया.
Delhi Metro ad on Asaram: देश के नामी बाबा आसाराम रेप के दोष में जेल में अपना जीवन काट रहे हैं. हालांकि इसी बीच एक वकील ने आसाराम जिनका असली नाम असुमल सिरुमलानी हरपलानी बताया जाता है, उनपर विज्ञापन दिखाने के लिए दिल्ली मेट्रो की आलोचना की है.
सोशल मीडिया पर द लीगल मैन नाम के एक मशहूर वकील ने पोस्ट शेयर किया. जिसमें एक आसाराम का एक पोस्ट दिल्ली मेंट्रो के अंदर लगा नजर आ रहा है. इस पोस्टर में आसाराम माता-पिता पूजन दिवस पर खास संदेश देते नजर आ रहे हैं. वकील ने इस फोटो को शेयर करते हुए DMRC को टैग किया. जिसमें वकील ने यह सवाल किया कि दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) एक अपराधी के पोस्टर और तस्वीरों का समर्थन कैसे कर सकता है. उन्होंने इस कृत्य को बेहद शर्मनाक भी बताया है.
अपराधी का समर्थन कर रही दिल्ली मेट्रो?
सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए वकील ने लिखा कि शर्म की बात है दिल्ली मेट्रो एक अपराधी को कैसे अनुमति दे सकता है, जो बलात्कार के आरोपों में दोषी है और अपनी सजा जेल में काट रहा है. दिल्ली मेट्रो रेल के अंदर उसके पोस्टर, तस्वीरें आदि का समर्थन करता है? दिल्ली मेट्रो द्वारा किया गया बेहद शर्मनाक कृत्य है. जिसके बाद उनका ये पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया. पोस्ट तेजी से वायरल होने के बाद डीएमआरसी की नजरों में भी आया. जिसपर दिल्ली मेंट्रो ने सफाई देते हुए इसे हटाने की प्रक्रिया का आश्वासन दिया.
डीएमआरसी की सफाई
लीगल मैन द्वारा शेयर किए गए पोस्ट पर रिप्लाई करते हुए दिल्ली मेंट्रो ने लिखा कि डीएमआरसी ने लाइसेंसधारक को तत्काल निर्देश जारी किए हैं कि वे इन विज्ञापनों को मेट्रो परिसर से जल्द से जल्द हटा लें. इन विज्ञापनों को हटाने की प्रक्रिया आज रात से शुरू हो जाएगी. हालांकि इन्हें पूरे सिस्टम से हटाने में कुछ समय लग सकता है. इस पोस्ट के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया यूजरों ने इसकी जमकर आलोचना भी की. एक उपयोगकर्ता ने लिखा, '@OfficialDMRC शब्दों से परे शर्मनाक. इसे अधिकृत करने वाले अधिकारियों की जांच की जानी चाहिए क्योंकि कोई भी सामान्य व्यक्ति सही अर्थों में इसे लगाने के लिए हस्ताक्षर नहीं करेगा.' एक अन्य ने कहा, 'वास्तव में, यह चौंकाने वाला है कि इसे पहले स्थान पर कैसे अनुमति दी गई. ऐसा लगता है कि डीएमआरसी पैसा कमाने के लिए बहुत बेताब है.'