Delhi Metro ad on Asaram: देश के नामी बाबा आसाराम रेप के दोष में जेल में अपना जीवन काट रहे हैं. हालांकि इसी बीच एक वकील ने आसाराम जिनका असली नाम असुमल सिरुमलानी हरपलानी बताया जाता है, उनपर विज्ञापन दिखाने के लिए दिल्ली मेट्रो की आलोचना की है.
सोशल मीडिया पर द लीगल मैन नाम के एक मशहूर वकील ने पोस्ट शेयर किया. जिसमें एक आसाराम का एक पोस्ट दिल्ली मेंट्रो के अंदर लगा नजर आ रहा है. इस पोस्टर में आसाराम माता-पिता पूजन दिवस पर खास संदेश देते नजर आ रहे हैं. वकील ने इस फोटो को शेयर करते हुए DMRC को टैग किया. जिसमें वकील ने यह सवाल किया कि दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) एक अपराधी के पोस्टर और तस्वीरों का समर्थन कैसे कर सकता है. उन्होंने इस कृत्य को बेहद शर्मनाक भी बताया है.
सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए वकील ने लिखा कि शर्म की बात है दिल्ली मेट्रो एक अपराधी को कैसे अनुमति दे सकता है, जो बलात्कार के आरोपों में दोषी है और अपनी सजा जेल में काट रहा है. दिल्ली मेट्रो रेल के अंदर उसके पोस्टर, तस्वीरें आदि का समर्थन करता है? दिल्ली मेट्रो द्वारा किया गया बेहद शर्मनाक कृत्य है. जिसके बाद उनका ये पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया. पोस्ट तेजी से वायरल होने के बाद डीएमआरसी की नजरों में भी आया. जिसपर दिल्ली मेंट्रो ने सफाई देते हुए इसे हटाने की प्रक्रिया का आश्वासन दिया.
Shame @OfficialDMRC
— The Legal Man (@LegalTL) February 6, 2025
How can Delhi Metro allow a criminal who is convicted under RAPE CHARGES, and spending his conviction inside jail, endorse his posters, pics etc inside the Delhi metro rail?
Highly shameful act by #delhimetro pic.twitter.com/qP7ryrvmhp
लीगल मैन द्वारा शेयर किए गए पोस्ट पर रिप्लाई करते हुए दिल्ली मेंट्रो ने लिखा कि डीएमआरसी ने लाइसेंसधारक को तत्काल निर्देश जारी किए हैं कि वे इन विज्ञापनों को मेट्रो परिसर से जल्द से जल्द हटा लें. इन विज्ञापनों को हटाने की प्रक्रिया आज रात से शुरू हो जाएगी. हालांकि इन्हें पूरे सिस्टम से हटाने में कुछ समय लग सकता है. इस पोस्ट के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया यूजरों ने इसकी जमकर आलोचना भी की. एक उपयोगकर्ता ने लिखा, '@OfficialDMRC शब्दों से परे शर्मनाक. इसे अधिकृत करने वाले अधिकारियों की जांच की जानी चाहिए क्योंकि कोई भी सामान्य व्यक्ति सही अर्थों में इसे लगाने के लिए हस्ताक्षर नहीं करेगा.' एक अन्य ने कहा, 'वास्तव में, यह चौंकाने वाला है कि इसे पहले स्थान पर कैसे अनुमति दी गई. ऐसा लगता है कि डीएमआरसी पैसा कमाने के लिए बहुत बेताब है.'