'संविधान की प्रस्तावना में सेक्युलर और सोशलिस्ट शब्द नहीं', अधीर रंजन चौधरी का बड़ा आरोप

संसद के विशेष सत्र का आज तीसरा दिन है. नए संसद में महिला आरक्षण बिल पर चर्चा होनी है. इससे पहले लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी बड़ा आरोप लगाया है.

Gyanendra Sharma

नई दिल्ली: संसद के विशेष सत्र का आज तीसरा दिन है. नए संसद में महिला आरक्षण बिल पर चर्चा होनी है. इससे पहले लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी बड़ा आरोप लगाया है. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि नए संसद भवन के उद्घाटन के दिन सांसदों को संविधान की जो नई प्रतियां दी गईं, उनकी प्रस्तावना में  सेक्युलर और सोशलिस्ट शब्द नहीं थे.

अधीर रंजन चौधरी का बड़ा आरोप

अधीर रंजन चौधरी ने कहा-आज हम जिस संविधान को लेकर नए संसद भवन में चले, उसकी प्रस्तावना में धर्मनिरपेक्ष और समाजवादी शब्द नहीं थे. अगर ये दोनों शब्द संविधान में मौजूद नहीं हैं, तो यह चिंताजनक बात है. उन्होंने कहा कि हम जानते हैं ये शब्ज 1976 में एक संशोधन के बाद संविधान में जोडे गए थे, लकिन अगर आज कोई हमें संविधान देता है और उसमें ये शब्द नहीं हैं तो ये चिंता का विषय है.

उन्होंने आगे आरोप लगाया कि सरकार ने यह बदलाव बहुत "चतुराई" से किया है. चौधरी ने कहा कि वह इस मुद्दे को संसद में उठाना चाहते थे लेकिन उन्हें ऐसा करने का मौका नहीं मिला. इससे पहले मंगलवार को कांग्रेस नेता संसद में संविधान की प्रस्तावना पढ़ते नजर आए थे. विशेष रूप से उन्होंने प्रस्तावना पढ़ते समय "समाजवादी" और "धर्मनिरपेक्ष" शब्द पढ़े.

महिला आरक्षण बिल पर चर्चा

संसद के विशेष सत्र के दूसरे दिन महिला आरक्षण बिल को लोकसभा में पेश किया गया. ये नई संसद में पेश होने वाला पहला बिल है. दोनों सदनों में सरकार और विपक्ष के नेता बिल पर चर्चा करेंगे. आज संसद के स्पेशल सेशन का तीसरा दिन है. महिला आरक्षण बिल पर लोकसभा में सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक बहस होगी.