'जनता ने उन्हें जेल जाने के लिए स्वतंत्र कर दिया', अरविंद केजरीवाल की हार पर स्मृति ईरानी का तंज
आम आदमी पार्टी के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पार्टी के उन पांच शीर्ष नेताओं में शामिल हैं जो चुनाव हार गए, जबकि भाजपा ने 27 साल बाद राष्ट्रीय राजधानी में विजयी वापसी की.
भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल, जिन्होंने खुद को सामाजिक सुधारों का अग्रदूत घोषित किया था भारत के सबसे भ्रष्ट राजनेताओं में से एक हैं और दिल्ली की जनता ने उन्हें करारी शिकस्त दी है. प्रयागराज में महाकुंभ में मौजूद पूर्व मंत्री ने कहा कि उन्होंने उन्हें अब जेल जाने और अपने अपराधों की सजा भुगतने के लिए स्वतंत्र छोड़ दिया है.
आम आदमी पार्टी के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पार्टी के उन पांच शीर्ष नेताओं में शामिल हैं जो चुनाव हार गए, जबकि भाजपा ने 27 साल बाद राष्ट्रीय राजधानी में विजयी वापसी की. तीन बार मुख्यमंत्री रहे केजरीवाल ने आबकारी नीति मामले में कथित संलिप्तता के कारण शीर्ष पद छोड़ दिया था और कहा था कि वह तभी पद पर लौटेंगे जब जनता की अदालत उनके पक्ष में फैसला देगी. वह नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के प्रवेश वर्मा से हार गए.
AAP के कई बड़े नेता हार गए
उनके करीबी सहयोगी मनीष सिसौदिया और वरिष्ठ आप नेता सौरभ भारद्वाज, दुर्गेश पाठक और अवध ओझा भी चुनाव हार गए. उनके करीबी सहयोगी मनीष सिसौदिया और वरिष्ठ आप नेता सौरभ भारद्वाज, दुर्गेश पाठक और अवध ओझा भी चुनाव हार गए.
बीजेपी की बंपर जीत
दिल्ली की 70 सीटों में से भाजपा फिलहाल 45 से अधिक सीटों पर आगे चल रही है, आप 20 से अधिक सीटों के साथ पीछे चल रही है. वर्ष 2004 में दिल्ली के चांदनी चौक से कपिल सिब्बल के खिलाफ चुनाव लड़ने वाली ईरानी ने भाजपा की जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व को दिया.
उन्होंने कहा, एक व्यक्ति ने आम आदमी पार्टी की हार सुनिश्चित की और वह व्यक्ति नरेंद्र मोदी हैं. भाजपा द्वारा किया गया सबसे अच्छा काम यह था कि उसने 2014 में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया. यह पूछे जाने पर कि महाराष्ट्र और हरियाणा में जीत के बाद दिल्ली की जीत भाजपा के लिए क्या मायने रखती है, उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, 'इसका मतलब है कि भाजपा अगली बार बिहार में जीतेगी.
विपक्ष के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मैं इतनी अदूरदर्शी नहीं हूं कि यह मान लूं कि विपक्ष नहीं होगा. विपक्ष होगा. विपक्ष में राजनीतिक क्षमता, बुद्धि नहीं है या उसे लोगों का विश्वास प्राप्त नहीं है, यह विपक्षी नेताओं के लिए चिंतन का विषय है.