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आसमान में काले धुएं का गुबार, 5 KM तक धमाके की आवाज; ठाणे केमिकल फैक्ट्री में ब्लास्ट में 8 लोगोंकी मौत, 60 से ज्यादा घायल

Thane Blast Updates: ठाणे के केमिकल फैक्ट्री में ब्लास्ट से अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 60 से अधिक लोग घायल हो गए. कहा जा रहा है कि घायलों और मृतकों की संख्या बढ़ सकती है.

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Edited By: India Daily Live
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Thane Blast Updates: महाराष्ट्र के ठाणे जिले के डोंबिवली ईस्ट में गुरुवार दोपहर एक केमिकल कंपनी में जोरदार धमाका हुआ. शुरुआती जानकारी आई कि बॉयलर में आग लगने के बाद जोरदार धमाका हुआ, जिससे 8 लोगों की मौत हो गई, जबकि 60 से अधिक लोग घायल हो गए. हादसे की जानकारी के बाद सीएम एकनाथ शिंदे घटनास्थल पर पहुंचे और तत्काल राहत बचाव कार्य चलाने के आदेश दिए. सीएम ने घायलों के इलाज के निर्देश दिए हैं. कहा कि घायलों के इलाज का खर्च राज्य सरकार उठाएगी, जबकि मृतकों के आश्रितों को 5-5 लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा.

कल्याण डोंबिवली नगर निगम (KDMC) के अधिकारियों ने बताया कि डोंबिवली MIDC एरिया के फेज 2 में स्थित अमुदन केमिकल्स प्राइवेट लिमिटेड में दोपहर करीब 1.40 बजे बॉयलर में विस्फोट हुआ, जिससे आसपास की फैक्ट्रियां और घर प्रभावित हुईं. उन्होंने बताया कि हताहतों और घायलों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि कई मजदूरों के फैक्ट्री में फंसे होने की आशंका है. फिलहाल, घायलों को MIDC के नेप्च्यून अस्पताल, ग्लोबल अस्पताल और AIIMS अस्पताल ले जाया गया है. वहीं, शवों को डोंबिवली (पश्चिम) के शास्त्री नगर अस्पताल और कल्याण के रुक्मणी अस्पताल ले जाया गया है.

मुश्किल से हुई दो मृतकों की पहचान

पुलिस को मृतकों की पहचान करने में मुश्किल हो रही थी क्योंकि उनके चेहरे और शरीर के अंग क्षत-विक्षत थे. फिलहाल, 8 में से केवल दो मृतकों की पहचान हो पाई है, जिनमें 36 साल के रिद्धि खानविलकर और 26 साल की रोहिणी कदम शामिल हैं. घटनास्थल के आसपास के लोगों के मुताबिक, धमाके की आवाज 5 किलोमीटर तक सुनाई दी. धमाका इतना तेज था कि घटनास्थल के आधे किलोमीटर के रेडियस में मौजूद घरों के खिड़कियों से शीशे टूट गए. एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि काफी दूर तक आसमान में काले धुएं का गुब्बार देखा गया.

एक दमकल अधिकारी ने बताया कि मलय मेहता की अमुदन कंपनी हार्डनर (केमिकल) बनाने का काम करती है. कुल मिलाकर एक के बाद तीन से चार धमाके हुए. उन्होंने बताया कि धमाका इतना जोरदार था कि आसपास की चार फैक्ट्रियां जलकर खाक हो गईं. KDMC बचाव दल के एक अधिकारी ने बताया कि अमुदन और उसके आसपास काम करने वाले लोग धमाके के झटके से काफी दूर तक जा गिरे. 

बचाव कार्य में जुटे KDMC के एक अग्निशमन अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि कैंपस में केमिकल्स की मौजूदगी के कारण दो और धमाके हुए. कंपनी के कर्मचारियों के अनुसार, धमाके की आवाज़ सुनते ही अंदर मौजूद लोग समय रहते भागने में सफल रहे. KDMCके एक अन्य अधिकारी ने बताया कि हमने पाया कि ब्लास्ट के कारण आसपास रखे सामान आधे किलोमीटर के रेडियस में बिखर गए.

केमिकल की वजह से तेजी से फैली आग

KDMC के मुख्य अग्निशमन अधिकारी नामदेव चौधरी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि आग की सूचना दोपहर 1.30 बजे के आसपास मिली. चूंकि ये केमिकल फैक्ट्री थी, इसलिए आग तेजी से फैली. KDMC ने बचाव अभियान के लिए लगभग 12 दमकल गाड़ियां, 16 पानी के टैंकर और 50 फोम ड्रम लगाए. 

एक्स पर एक पोस्ट में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि दुर्भाग्य से, डोंबिवली की घटना में छह लोगों की जान चली गई और 48 लोग घायल हो गए. अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है. घायलों का इलाज एम्स, नेप्च्यून और ग्लोबल अस्पतालों में किया जा रहा है. सभी तरह की सहायता प्रदान की जा रही है. उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं. बचाव अभियान के लिए विभिन्न टीमें और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मौजूद हैं. बचाव कार्य के लिए NDRF, TDRF और फायर ब्रिगेड की टीमें तैनात की गईं हैं. धमाके की वजह फिलहाल स्पष्ट नहीं है. अधिकारियों ने कहा कि बचाव अभियान समाप्त होने के बाद वे इसकी जांच करेंगे. 

2016 में भी हुआ था ऐसा ही धमाका

2016 में डोंबिवली MIDC की एक कंपनी में ऐसा ही धमाका हुआ था, जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई थी. महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने बताया कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मारे गए लोग पड़ोस की फैक्टरियों में काम कर रहे थे. राज्य के उद्योग एवं श्रम विभाग ने एक बयान जारी कर कहा कि फैक्टरी में बॉयलर इंडिया बॉयलर रेगुलेशन, 1950 के तहत पंजीकृत नहीं था.

इस घटना को भयानक बताते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि रासायनिक फैक्ट्री के आसपास की फैक्ट्रियों में कुछ और लोगों के फंसे होने की आशंका है. उन्होंने घटनास्थल से कहा कि हमारी प्राथमिकता उन लोगों को बचाना है. सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और उद्योगों को खतरों के आधार पर ए, बी और सी कैटेगरी में बांटने करने का निर्णय लिया है.

शिंदे ने कहा कि रेड कैटेगरी में आने वाली सभी सबसे खतरनाक इंडस्ट्रियल यूनिट्स को पूरे राज्य में तुरंत बंद कर दिया जाएगा. ऐसी यूनिट्स को दूसरे स्थान पर जाने या इंजीनियरिंग और आईटी जैसे उपयोग (कैटेगरी) को बदलने का विकल्प दिया जाएगा...लोगों के जीवन से कोई समझौता नहीं किया जाएगा. 

राज्य उद्योग विभाग ने कहा कि इस मामले में विस्तृत जांच के बाद ही विस्फोट के कारणों का पता चलेगा. सीएम शिंदे ने कहा कि जो लोग दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. मैंने अधिकारियों को घटना के संबंध में गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज करने का निर्देश दिया है. बाद में उन्होंने डोंबिवली के अस्पताल का दौरा किया और वहां इलाज करा रहे घायलों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली.