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EVM की लड़ाई में टेस्ला की जोरदार एंट्री? समझ लीजिए सारी बात

EVM Hacking: जब से ईवीएम हैकिंग को लेकर चर्चा शुरू हुई है तब से लेकर अब तक राजनैतिक पार्टियों के बीच बहस छिड़ गई है. इस बहस में टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने भी हिस्सा लिया है और कहा है कि ईवीएम कभी भी हैक की जा सकती है. चलिए जानते हैं इसके बाद से ईवीएम हैकिंग को लेकर क्या कुछ हुआ है. 

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Edited By: India Daily Live
EVM Hacking
Courtesy: Social Media

EVM Hacking: इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) को लेकर चर्चा तेज हो चली है. इस मुद्दे पर पिछले काफी समय से सत्ता और विपक्षी दल एक-दूसरे के आमने-साने आ गए हैं. इन आरोपों पर विराम लगाते हुए इलेक्शन कमीशन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और सभी आरोपों को खारिज कर दिया है. साथ ही कहा है कि EVM को अनलॉक करने के लिए किसी भी तरह के OTP की जरूरत नहीं पड़ती है.

सत्ता और विपक्ष की लड़ाई में टेस्ला और X के मालिक एलन मस्क भी कूद गए हैं. इन्होंने कहा है कि हमें इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को खत्म कर देना चाहिए. इसे ह्यूमन या एआई द्वारा हैक किए जाने का जोखिम बहुत ज्यादा है. जब से मस्क का बयान आया है तब से लेकर अब तक कई लोगों ने इस पर टिप्पणियां करनी शुरू कर दी हैं. चलिए जानते हैं अब तक क्या हुआ है. 

क्या है कॉन्ट्रोवर्सी?

यह विवाद तब शुरू हुआ जब मिड-डे अखबार ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि मुंबई नॉर्थ वेस्ट लोकसभा से शिवसेना उम्मीदवार रवींद्र वायकर ने जीत हासिल की थी। इनके एक रिश्तेदार को 4 जून को मतगणना के दौरान ईवीएम से कनेक्ट मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हुए देखा गया. बता दें कि वायकर ने 48 वोटों से चुनाव जीता.

इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि वायकर के साले मंगेश पंडिलकर ने वोटों की गिनती के दौरान ईवीएम को अनलॉक करने के लिए मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया था. इस रिपोर्ट में आगे कहा गया कि इस मोबाइल फोन का इस्तेमाल ओटीपी जनरेट किया गया और इसके बाद ईवीएम मशीन अनलॉक की गई. इस मामले को लेकर पंडिलकर और एक मतदान अधिकारी दिनेश गुरव पर वनराई पुलिस ने चुनाव आयोग के नियम का उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया है. 

क्या है इलेक्शन कमीशन का कहना?

सीट की रिटर्निंग ऑफिसर वंदना सूर्यवंशी ने इन सभी आरोपों को खारिज किया है. 16 जून को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई थी जिसमें उन सभी को नोटिस जारी किया गया जिन्होंने गलत खबर छापी थी. इलेक्शन कमीशन का कहना है कि ईवीएम एक स्टैंडअलोन सिस्टम है. इसमें वायरलेस कम्यूनिकेशन की क्षमता नहीं है. 

राहुल गांधी ने ईवीएम को ब्लैक बॉक्स कहा: 

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुनावी प्रोसेस को लेर चिंता जताई है. भारत में ईवीएम एक ब्लैक बॉक्स है और किसी को भी उनकी जांच करने की अनुमति नहीं है. देश में हो रहे चुनाव में ट्रांसपेरेंसी का होना बेहद जरूरी है और जब संस्थाओं के पास कोई जवाब नहीं होता है तो लोकतंत्र एक दिखावा बन जाता है. 

सीसीटीवी फुटेज:

शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने मतगणना के दौरान सीसीटीवी फुटेज जारी करने की मांग की है. ठाकरे का कहना है कि हमें हमेशा इस बात का शक रहता है कि सरकार ईवीएम से छेड़छाड़ कर रही है. यहां तक ​​कि एलन मस्क ने भी कहा है कि सब कुछ हैक किया जा सकता है. कई रिक्वेस्ट के बावजूद, चुनाव आयोग में मतगणना के दिन का सीसीटीवी फुटेज जारी करने की हिम्मत नहीं है. 

पूर्व आईटी मंत्री का जवाब: 

पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने एलन मस्क की पोस्ट का जवाब देते हुए कहा है, “मस्क की व्यापक टिप्पणी पर कहने जैसा कुछ नहीं है. मैं एलन मस्क जैसे किसी व्यक्ति के साथ बहस करने वाला कोई नहीं हूं. लेकिन यह कहना ही इतना बड़ी चिंता पैदा करता है कि इसे छोड़ा नहीं जा सकता है.” 

अखिलेश यादव का क्या है कहना: 

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मांग की कि भविष्य के सभी इलेक्शन बैलेट पेपर्स के जरिए ही कराए जाने चाहिए. इन्होंने आगे कहा, “भाजपा को स्पष्ट करना चाहिए कि टेक्नोलॉजी परेशानियों को हल करने के लिए होती है. अगर यह समस्याओं का कारण बन जाए तो इसका इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए. आज जब दुनिया के कई चुनावों में ईवीएम से छेड़छाड़ की आशंका जताई जा रही है और दुनिया के जाने-माने टेक्नोलॉजी एनालिस्ट ईवीएम से छेड़छाड़ के खतरे के बारे में खुलकर लिख रहे हैं, तब ईवीएम के इस्तेमाल पर जोर देने के पीछे क्या कारण है. हम अपनी मांग दोहराते हैं कि आने वाले समय में इलेक्शन बैलेट पेपर से कराए जाएं. 

क्या है बीजेपी का कहना: 

बीजेपी का कहना है कि हैकिंग का सवाल ही नहीं है. पार्टी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने राहुल गांधी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वह आधी-अधूरी कहानी जानकर आरोप लगा रहे हैं. इलेक्शन कमीशन ने साफ कर दिया है कि ईवीएम को अनलॉक करने के लिए ओटीपी की जरूरत नहीं होती है. ईवीएम स्टैंड-अलोन मशीन है. वे कैलकुलेटर की तरह काम करती है और इसमें किसी भी तरह की कोई नेटवर्क कनेक्टिविटी नहीं होती है. ऐसे में इसके हैक होने का सवाल ही नहीं है.