ग्रेनेड से डेंटोनेटर तक, राम मंदिर को उड़ाने की ऐसी थी पूरी प्लानिंग, मोस्ट वांटेड आंतकी ने किए कई खुलासे

Ayodhya Terror Attack Plot: अयोध्या राम मंदिर पर हमले की साजिश रचने के आरोप में गुजरात एटीएस और हरियाणा स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने फरीदाबाद से आतंकी अब्दुल रहमान को गिरफ्तार कर लिया. जिसके बाद पूछताछ के दौरान कई खुलासे किए गए हैं.

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Ayodhya Terror Attack Plot: अयोध्या राम मंदिर पर हमले की साजिश रचने के आरोप में मंगलवार को एक संदिग्ध आंतकी अब्दुल रहमान को पकड़ा गया था. गुजरात एटीएस और हरियाणा स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने मिलकर फरीदाबाद से आतंकी को गिरफ्तार किया है.  अब अब्दुल रहमान ने पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. 

आतंकी अब्दुल रहमान ने माना है कि व अलकायदा इन द इंडियन सबकॉन्टिनेंट (एक्यूआईएस) के साथ मिलकर काम कर रहा था. उसने बताया कि वो एक्यूआईएस से जुड़े मोस्ट वांटेड आतंकी अबू सूफियान से निर्देश मिलने के बाद अयोध्या में हमले की योजना बना रहा था.

कैसे बनयाा पूरा प्लान?

पुलिस से पूछताछ के दौरान रहमान ने बताया कि वह एक प्रतिबंधित ऐप के माध्यम से अबू सूफियान से संपर्क करता था. अबू सूफियान की ओर से रहमान को 4 अप्रैल को दो हैंड ग्रेनेड लेकर अयोध्या आने के निर्देश दिए गए थे. हालांकि इससे पहले कि वह योजना को अंजाम दे पाता 2 मार्च को एटीएस गुजरात और हरियाणा एसटीएफ की संयुक्त टीम ने उसे पकड़ लिया.  पुलिस को खबर मिली है कि सुफियान ने अपने हैंडलर की मदद से फरीदाबाद के एक गड्ढे में दो हथगोले और डेंटोनेटर छुपा रखे थे. जिसके बारे में रहमान को जानकारी दी गई थी. उसने उसी जगह से ग्रेनेड को निकाल कर अपने बैग में रखा था. पुलिस से बातचीत के दौरान उसने बताया कि वह पाली गांव के पास एक खाली पड़े घर में हथगोले छिपाए थे. जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने ग्रेनेड को बरामद कर लिया है. 

पुलिस पूछताछ में कई खुलासा

आंतकी ने पूछताछ के दौरान इस बात को कबूल किया कि उसे देशी पिस्तौल बनानी आती है. पुलिस को उसके पास से दो मोबाइल फोन मिले हैं. जिनमें धार्मिक स्थलों की रेकी के वीडियो और एक खास धर्म को भड़काने वाली सामग्री थी. जांच में पता चला कि फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर धार्मिक सामग्री देखकर रहमान कट्टरपंथी बना और आखिरकार आतंकवादी नेटवर्क में शामिल हो गया. उसके पास से एक मार्च की तारीख में अयोध्या कैंट से दिल्ली जंक्शन तक के ट्रेन टिकट मिला है. जिससे उसके यात्रा कि गतिविधियों की पुष्टि की गई. सुरक्षा एजेंसियां ​​अब पूरे नेटवर्क की जांच कर रही हैं, जिसमें अबू सूफियान और अन्य संभावित साजिशकर्ताओं के बारे में पता चल सकता है. गौरतलब है कि अयोध्या में जन्मभूमि पर राम मंदिर का निर्माण लंबी कानूनी लड़ाई के बाद 22 जनवरी 2024 को किया गया था.