नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर हमला किया. इस आतंकी हमले में पांच सैनिक मारे गए और दो जवान घायल हो गए. दरअसल सैन्यकर्मियों को एक घेराबंदी और तलाशी अभियान स्थल पर ले जा रहे वाहनों पर हमला किया गया. इस हमले को लेकर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने प्रतिक्रिया देते हुए इस घटना पर दुख जताया. उन्होंने घाटी में शांति को बाधित करने के प्रयासों के लिए हमारे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया.
आतंकवादियों ने ढेरा की गली और बुफलियाज के बीच धत्यार मोड़ पर कल दोपहर करीब 3:45 इस घटना को अंजाम दिया. धत्यार मोड़ पर जब सेना के वाहन ऊबड़खाबड़ सड़क पर धीमे हुए तो आतंकवादियों ने घात लगाकर हमला कर दिया. आतंकवादियों ने ढेरा की गली और बुफलियाज के बीच धत्यार मोड़ पर एक पहाड़ी पर खुद को तैनात कर लिया, जहां से उन्होंने सेना के दो वाहनों पर गोलियां चलाई पुंछ जिले में धात्यार मोड़ स्थान को आतंकवादियों ने हमले के लिए इसलिए चुना था क्योंकि अंधे मोड़ और ऊबड़-खाबड़ सड़क के कारण इस जगह पर सेना के वाहन धीमे हो जाते है.
सेना के काफिले पर हुए आतंकी हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए सिन्हा ने कहा "यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद घटना है. हम ऐसी हिंसा की निंदा करते हैं. हमारा पड़ोसी घाटी में शांति भंग करने के लिए ऐसी चीजें कर रहा है लेकिन यह सब व्यर्थ है, क्योंकि कश्मीर में आतंकवाद अपनी मृत्युशैया पर है."
मनोज सिन्हा ने इस बात पर भी जोर दिया कि अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद सुरक्षा स्थिति में पहले की तुलना में काफी हद तक सुधार हुआ है. सिन्हा ने कहा कि अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद से जम्मू-कश्मीर अब एक ऐतिहासिक मार्ग पर चल रहा है. औद्योगिक विकास के लिए एक ठोस आधार तैयार किया गया है. विकास चाहने वालों के लिए जम्मू-कश्मीर में निवेश करना एक बेहतर विकल्प होगा.