नागरकुरनूल, तेलंगाना में श्रीसैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (SLBC) सुरंग के आंशिक रूप से ढहने के बाद फंसे आठ लोगों को निकालने के लिए चल रहे बचाव अभियान में रविवार को एक बड़ी खबर सामने आई. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि बचाव दल ने दो हफ्ते से अधिक समय से सुरंग में फंसे लोगों में से एक का शव बरामद कर लिया है. शव को बाहर निकाला जा रहा है और उसे अस्पताल ले जाया गया है.
रात दिन चल रहा बचाव कार्य
यह हादसा 22 फरवरी को हुआ था, जब सुरंग का एक हिस्सा अचानक ढह गया, जिसमें आठ लोग इंजीनियर और मजदूर फंस गए थे. तब से राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), भारतीय सेना, नौसेना और अन्य एजेंसियों के विशेषज्ञ उन्हें बचाने के लिए दिन-रात प्रयास कर रहे हैं. हालांकि, यह पहली बार है जब इस अभियान में कोई ठोस परिणाम सामने आया है.
शव खोजने के लिए ली जा रही कैडेवर डॉग्स की मदद
इससे पहले, तेलंगाना सरकार ने केरल पुलिस के शव-संधान कुत्तों (कैडेवर डॉग्स) को बचाव कार्य में शामिल किया था. इन कुत्तों ने सुरंग के अंदर मानव मौजूदगी का संकेत दिया था. इसके आधार पर बचाव कर्मियों ने उन स्थानों पर खुदाई शुरू की, जहां कुत्तों ने संकेत दिए थे. इसी प्रयास के दौरान एक शव मिला. अधिकारी ने बताया कि शव की पहचान अभी नहीं हो पाई है और इसे अस्पताल ले जाने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होगी.
चुनौतीपूर्ण बचाव अभियान
पिछले दो हफ्तों से चल रहा यह बचाव अभियान बेहद जटिल रहा है. सुरंग के अंदर मलबा, पानी का रिसाव और अस्थिर संरचना ने बचाव कार्य को मुश्किल बना दिया था. विशेषज्ञों की टीमों ने अथक मेहनत की, लेकिन फंसे हुए लोगों तक पहुंचना एक बड़ी चुनौती बनी रही. इस हादसे में फंसे आठ लोगों में दो इंजीनियर और छह मजदूर शामिल थे, जो सुरंग के 14 किलोमीटर अंदर काम कर रहे थे.
उम्मीदें अभी बाकी
हालांकि एक शव मिलने से परिवारों और अधिकारियों के बीच चिंता बढ़ गई है, लेकिन बचाव दल बाकी सात लोगों को सुरक्षित निकालने की उम्मीद नहीं छोड़ रहा है. सरकार और बचाव एजेंसियां हर संभव तकनीक और संसाधन का इस्तेमाल कर रही हैं. इस घटना ने सुरंग निर्माण में सुरक्षा मानकों पर भी सवाल उठाए हैं, जिसकी जांच बाद में हो सकती है.यह हादसा न केवल तेलंगाना बल्कि पूरे देश के लिए एक दुखद घटना बन गया है, और सभी की नजरें अब इस बात पर टिकी हैं कि क्या बाकी फंसे हुए लोग सुरक्षित बाहर निकाले जा सकेंगे.