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गर्ल्स हॉस्टल में जिसे मिला सुरक्षा का जिम्मा वही करने लगा शोषण, लड़कियों से मारपीट के आरोप में धराया

Telangana girls hostel: राजेंद्रनगर पुलिस ने बुडवेल सरकारी स्कूल की छात्राओं की ओर से फिजिकल और वर्बल दुर्व्यवहार की शिकायत के बाद एक प्राइवेट हॉस्टल के वार्डन को हिरासत में ले लिया है. छात्राओं ने वार्डन पर मारपीट और भोजन न देने का आरोप लगाया है. जब कुछ छात्राएं हॉस्टल में वापस लौटने से मना कर रही थीं, तो टीचर्स ने अधिकारियों को सूचित किया, जिसके बाद जांच और संभावित आपराधिक आरोपों की शुरुआत हुई.

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Edited By: India Daily Live
Hostel Assault
Courtesy: Freepik

Telangana girls hostel: राजेंद्रनगर पुलिस ने एक प्राइवेट हॉस्टल के वार्डन को हिरासत में ले लिया है, क्योंकि हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं ने आरोप लगाया है कि वार्डन उन्हें प्रताड़ित कर रहा है. छात्राओं ने आरोप लगाया है कि वार्डन उन्हें पीटता था और उनके साथ अभद्र व्यवहार करता था.

हॉस्टल वापस न जाने की बात पर खुला राज

राजेंद्रनगर पुलिस ने एसटीओआई को बताया, "छात्राओं को वार्डन ने फिजिकल रूप से दंडित किया." छात्राएं बुडवेल सरकारी स्कूल में पढ़ती हैं. शुक्रवार को कुछ छात्राओं ने स्कूल स्टाफ से कहा कि वे रात में स्कूल में ही रुकना चाहती हैं, क्योंकि वे हॉस्टल वापस नहीं जाना चाहतीं. 

स्कूल के टीचर्स ने संवाददाताओं से कहा, "हम छात्राओं को स्कूल में कैसे रुकने दे सकते हैं. जब हमने छात्राओं से पूछा कि मामला क्या है, तो वार्डन के अभद्र व्यवहार के बारे में जानकर हम चौंक गए. छात्राओं ने यह भी बताया कि वार्डन उन्हें खाना भी नहीं देतीं." 

टीचर्स ने पुलिस से की वॉर्डन की शिकायत

टीचर्स ने राजेंद्रनगर पुलिस को सूचित किया, जिन्होंने मामले की जांच की और महिला वार्डन के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया में हैं. पुलिस ने कहा कि हॉस्टल में रहने वाले अधिकांश बच्चों के माता-पिता अकेले हैं, जबकि अन्य अनाथ हैं. हॉस्टल में 16 छात्राएं हैं, जो छठी से दसवीं कक्षा की छात्राएं हैं.

पहले भी वॉर्डन के खिलाफ हुई थी शिकायत

बाद में टीचर्स ने छात्राओं के अभिभावकों को बुलाया और SHE टीम को भी इसकी जानकारी दी. प्रारंभिक जांच के बाद SHE टीम ने राजेंद्रनगर पुलिस को आपराधिक मामला दर्ज करने के लिए सूचित किया. अधिकारियों ने बताया कि प्राइवेट हॉस्टल बाल कल्याण समिति की निगरानी में आता है.

एक सूत्र ने बताया कि पहले भी कुछ छात्राओं ने वार्डन द्वारा उत्पीड़न के मुद्दे को टीचर्स के संज्ञान में लाया था, लेकिन उन्हें समस्या की गंभीरता के बारे में पूरी जानकारी नहीं थी.