Telangana Election 2023: तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार थम गया है. मतदान 30 नवंबर को होना है. चुनाव आयोग ने सारी तैयारियां पूरी कर ली है. नतीजे पांच राज्यों के एक साथ 3 दिसंबर को आएंगे. केसीआर की अगुवाई वाली भारत राष्ट्र समिति लगातार तीसरी बार सत्ता में वापसी की कोशिश में है. जबकि कांग्रेस इस बार राज्य में वापसी के लिए जी जान लगा दी है. भाजपा ने भी तेलंगाना में धुआंधार प्रचार किया है.
तेलंगाना विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है.119 सदस्यों वाली विधानसभा में बहुमत का जादुई आंकड़ा 60 है. 9 साल लगातार केसीआर की सरकार चली. 2014 में तेलंगाना राज्य के गठन के बाद दो बार चुनाव हुए और दोनों चुनावों में केसीआर की तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने बहुमत हासिल किया.
दूसरे विधानसभा चुनाव में BRS के सामने कोई पार्टी नहीं टिकी. 2022 में के. चंद्रशेखर राव ने अपनी पार्टी टीआरएस का नाम भारत राष्ट्र समिति ( बीआरएस) कर दिया. पार्टी का नाम बदलने के बाद बीआरएस का पहले चुनावी मुकाबले में उतरी है. हालांकि पार्टी का चुनाव चिह्न पुराना ही है और पार्टी के कार्यकर्ता आज भी गुलाबी गमछे में नजर आ रहे हैं. इस बार विधानसभा चुनाव में केसीआर फंसे हुए हैं. इस बार लड़ाई कांटे की है.
BRS ने सभी 119 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. कांग्रेस ने अपने सहयोगी दल माकपा को एक सीट दी है. भाजपा 111 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. राज्य में कुल मतदाताओं की संख्या 3.26 करोड़ हैं. चुनाव आयोग ने कहा कि इलेक्शन में ढाई लाख से अधिक कर्मचारी ड्यूटी में लगेंगे.
तेलंगाना के प्रमुख उम्मीदवार
आगामी चुनाव में बीआरएस प्रमुख और राज्य के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर), उनके पुत्र केटी रामा राव, तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी और भाजपा के लोकसभा सदस्य बंडी संजय कुमार डी. अरविंद और सोयम बापूराव चुनाव मैदान में हैं. भाजपा नेअपनेविधायक एटाला राजेंद्र को हुजूराबाद के अलावा गजवेल सेमैदान में उतारा है. वह
हुजूराबाद से मौजूदा विधायक हैं.