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India Daily

'PM मोदी गुजरात का CM बनने से पहले OBC नहीं थे', किस कांग्रेस CM के दावे पर BJP नेता ने दी खुली बहस की चुनौती

रेवंत रेड्डी के इस बयान ने जहां एक तरफ राजनीतिक माहौल में हलचल मचाई है, वहीं भाजपा नेताओं का मानना है कि इस तरह की बयानबाजी से केवल उनका ही नुकसान होगा. प्रधानमंत्री मोदी का सम्मान वैश्विक स्तर पर है और उनका कोई व्यक्तिगत एजेंडा नहीं है, वे सिर्फ देशवासियों के परिवार के रूप में काम करते हैं.

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Edited By: Mayank Tiwari
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तेलांगना के सीएम रेवंत रेड्डी
Courtesy: Social Media

तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने शुक्रवार (14 फरवरी) को यह दावा करके हंगामा खड़ा कर दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जन्म से पिछड़े वर्ग से नहीं हैं और वह "कानूनी रूप से धर्मांतरित बीसी (पिछड़ा वर्ग)" हैं. उनकी टिप्पणी पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि रेड्डी की टिप्पणी राज्य के शीर्ष पद पर बैठे व्यक्ति के लिए अनुचित है.

प्रधानमंत्री मोदी पर लगाए गए आरोप

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हैदराबाद में सत्तारूढ़ कांग्रेस के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रेवंत रेड्डी ने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी जन्म से ऊंची जाति के हैं और वह "मानसिकता से पिछड़ी जाति के विरोधी" हैं. उन्होंने कहा "मैं आपको एक बात बताना चाहता हूं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह पिछड़ी जाति से हैं. प्रधानमंत्री मोदी पिछड़ी जाति नहीं हैं.वह कानूनी तौर पर पिछड़ी जाति में परिवर्तित हुए हैं.

प्रधानमंत्री मोदी पिछड़ी जाति में पैदा नहीं हुए- रेवंत रेड्डी

तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने आगे कहा, "साल 2001 में मुख्यमंत्री बनने से पहले उनकी जाति गुजरात में उच्च वर्गों में थी. मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने उस जाति को पिछड़ी जाति में मिला दिया. प्रधानमंत्री मोदी पिछड़ी जाति में पैदा नहीं हुए. वह जन्म से ही ऊंची जाति में हैं. उनका प्रमाण पत्र पिछड़ी जाति का होना चाहिए, लेकिन उनकी मानसिकता पिछड़ी जाति विरोधी है.

BJP ने CM के बयान का किया पलटवार

इधर, रेवंत रेड्डी की प्रतिक्रिया पर भाजपा की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई. इस दौरान केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी ने मुख्यमंत्री को सार्वजनिक बहस के लिए चुनौती दी कि प्रधानमंत्री पिछड़ी जातियों से हैं या नहीं. तेलंगाना भाजपा प्रमुख किशन रेड्डी ने कहा, "रेवंत रेड्डी अधीरता के कारण ऐसी टिप्पणियां कर रहे हैं, क्योंकि कांग्रेस राज्य और पूरे देश में जनता का समर्थन खो रही है.

क्या वह कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की जाति और धर्म जानते?

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंदी संजय कुमार ने भी रेवंत रेड्डी की आलोचना करते हुए उनसे पूछा कि क्या वह कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की जाति और धर्म जानते हैं. कुमार ने आरोप लगाया, "प्रधानमंत्री की जाति के बारे में बात करना कांग्रेस पार्टी के पिछड़ी जातियों को 42 प्रतिशत आरक्षण देने के वादे से ध्यान भटकाने की एक और हताशापूर्ण रणनीति है.

अब राहुल गांधी की जाति क्या है?

केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट किया, "अब राहुल गांधी की जाति क्या है? उनका धर्म क्या है? क्या उन्हें पता है या आपको? उनके दादा फिरोज जहांगीर गांधी थे. हिंदू परंपरा में जाति पिता के वंश के अनुसार होती है. अगर कोई इस बात पर बहस करना चाहता है कि कौन कानूनी रूप से धर्मांतरित है या नहीं, तो शायद मुख्यमंत्री को 10 जनपथ से शुरुआत करनी चाहिए.उन्होंने कहा, "रेवंत रेड्डी का शोध इतना बुरी तरह विफल रहा कि वह यह तथ्य भूल गए कि 1994 में जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब प्रधानमंत्री मोदी ओबीसी की सूची में थे.

प्रधानमंत्री मोदी जातिगत बंधनों से परे

भाजपा सांसद इटेला राजेंदर ने भी रेवेंथ रेड्डी की आलोचना करते हुए कहा कि जिन लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ टिप्पणी की थी, उनका चुनावी हश्र हो चुका है और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के साथ भी यही होगा. उन्होंने कहा, "रेवंत रेड्डी कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री मोदी पिछड़े वर्ग से नहीं हैं. लेकिन प्रधानमंत्री मोदी जातिगत बंधनों से परे हैं. वे वैश्विक मंच पर भारत का गौरव हैं. यहां तक ​​कि अमेरिकी राष्ट्रपति भी उन्हें बड़े सम्मान के साथ कुर्सी देते हैं.