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क्या दिल्ली फतह के दम पर बिहार चुनाव में भी कमल खिलाने में कामयाब हो जाएगी भाजपा? जानें क्या बोले तेजस्वी यादव

तेजस्वी यादव ने दिल्ली चुनाव के नतीजों को बिहार चुनाव पर असर डालने से इनकार किया है और बिहार के मुद्दों को ज्यादा महत्वपूर्ण बताया है. उनके अनुसार, बिहार की राजनीति और दिल्ली की राजनीति अलग-अलग हैं, और बिहार की जनता अपनी समस्याओं के आधार पर चुनावी निर्णय लेगी.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
Tejashwi Yadav Bihar Assembly Elections BJP Winning in Delhi Assembly Elections

दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की शानदार जीत के बाद एक सवाल उठ रहा था कि क्या इसका असर बिहार में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों पर पड़ेगा? हालांकि, बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस सवाल का स्पष्ट रूप से खंडन किया और इसे नकारा. उन्होंने कहा कि दिल्ली की चुनावी नतीजों का बिहार चुनाव पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा.

तेजस्वी यादव का बयान

तेजस्वी यादव ने रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए दिल्ली चुनावों के परिणाम पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, "एक लोकतंत्र में जनता सर्वोच्च होती है. बीजेपी को 26 साल बाद सत्ता में लौटने का मौका मिला है, उम्मीद है कि वे जो वादे दिल्ली की जनता से किए हैं, उन्हें पूरा करेंगे और कोई जुमलेबाजी नहीं होगी."

यादव ने इस बात का भी जिक्र किया कि दिल्ली में सत्ता में वापसी करने के बाद बीजेपी के लिए यह जिम्मेदारी बनती है कि वे अपने वादों को पूरा करें, ताकि जनता का विश्वास बना रहे.

बिहार चुनाव पर तेजस्वी यादव की टिप्पणी
जब तेजस्वी यादव से बिहार चुनाव पर बीजेपी और उसके सहयोगियों द्वारा यह दावा किए जाने पर सवाल पूछा गया कि बिहार में भी NDA को लाभ मिलेगा और चुनावी लहर उनके पक्ष में है, तो उन्होंने इसे हल्के में लिया. तेजस्वी यादव ने कहा, "बिहार बिहार है... इसे समझना पड़ेगा." इस बयान से यह स्पष्ट था कि उन्होंने दिल्ली की राजनीति को बिहार से अलग मानते हुए बिहार के मुद्दों को ज्यादा महत्वपूर्ण बताया.

बिहार की राजनीतिक स्थिति
बिहार में विधानसभा चुनाव इस साल होने हैं, और इस दौरान बीजेपी, उसके सहयोगी, और विपक्षी दलों के बीच कड़ी टक्कर की संभावना है. राज्य में जनता दल यूनाइटेड (JD(U)) के अध्यक्ष नीतिश कुमार के नेतृत्व में NDA गठबंधन है. नीतिश कुमार 2005 से बिहार के मुख्यमंत्री पद पर हैं, सिवाय कुछ समय के जब जिता राम मांझी को यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी.

नीतिश कुमार के मुख्यमंत्री बनने के बाद राज्य में दो बार आरजेडी के साथ गठबंधन किया गया है. अब वे एक बार फिर पांचवीं बार मुख्यमंत्री बनने की तैयारी में हैं. तेजस्वी यादव की आरजेडी पार्टी ने पिछले दो विधानसभा चुनावों में सबसे अधिक सीटें जीती हैं और वे आगामी चुनावों में भी बीजेपी और NDA को चुनौती देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.