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India Daily

टीचर ने बर्थडे पर छात्रा का किया रेप, बोर्ड परीक्षा में फेल करने का डर दिखाकर होटल में किया घिनौना काम

गुजरात के साबरकांठा में एक टीचर की घिनौनी हरकत सामने आई है. जिसमें टीचर अपना जन्मदिन मनाने के बहाने छात्रा को होटल में बुलाता है और उसके साथ घिनौना काम करता है. इस मामले में पुलिस ने टीचर को गिरफ्तार कर लिया है.

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Edited By: Antima Pal
Gujarat School Teacher Student Rape
Courtesy: social media

Gujarat School Teacher Student Rape: गुजरात के साबरकांठा में एक टीचर द्वारा छात्रा से दुष्कर्म का मामला सामने आया है. आरोपी टीचर ने अपना जन्मदिन मनाने के बहाने छात्रा को होटल बुलाया और फिर उसके साथ रेप किया. एक दिन पहले ही 10वीं कक्षा की इस छात्रा को 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' भाषण के लिए खूब तारीफ मिली थी. रिपोर्ट के अनुसार अपने साथ हुए इस घिनौने काम होने के बाद भी छात्रा ने हार नहीं मानी और वह अपनी बोर्ड परीक्षाओं पर ध्यान लगा रही है. 

टीचर ने बर्थडे पर छात्रा का किया रेप

 

छात्रा के माता-पिता के अनुसार रिपोर्ट में कहा गया है कि इस लड़की ने हमेशा एक पुलिस अधिकारी बनने का सपना देखा है. पढ़ाई में विज्ञान और गणित उसके फेवरेट सब्जेक्ट हैं. छात्रा ने रिपोर्ट में कहा कि 'मैं अपने बोर्ड के नतीजों के आधार पर ही अपनी शैक्षणिक धारा चुनूंगी. बता दें कि टीचर ने छात्रा के साथ दरिंदगी गणतंत्र दिवस पर लड़कियों को बचाने और उन्हें पढ़ाने के महत्व पर भाषण देने के 11 दिन बाद की. आरोपी टीचर ने 7 फरवरी को अपना जन्मदिन मनाने के बहाने छात्रा को होटल में बुलाया था.

बोर्ड परीक्षा में फेल करने का डर दिखाकर होटल में किया घिनौना काम

छात्रा के साथ टीचर ने होटल में दुष्कर्म किया. इतना ही नहीं छात्रा को ये कहते हुए भी धमकाया कि अगर वह किसी से कुछ कहेगी तो वह उसे बोर्ड परीक्षा में फेल कर देगा. इस हरकत के बाद से ही छात्रा अपने पिता की बहन यानी बुआ के साथ रह रही हैं. उनकी भी दो बेटियां हौ और परीक्षा की तैयारी कर रही हैं. इस घटना पर छात्रा के चाचा ने कहा कि 'हम नहीं चाहते है कि लोग और रिश्तेदार रोजाना आएं और लड़की की पढ़ाई डिस्टर्ब करें.'

बोर्ड एग्जाम की जमकर पढ़ाई कर रहीं पीड़ित छात्रा

रिपोर्ट में कहा गया है कि लड़की पहले की तरह ही अटूट समर्पण के साथ अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर रही है. उसके चाचा ने कहा, "हमें उसके साहस पर गर्व है. आगे आने वाली चुनौतियों की परवाह किए बिना हम हर कदम पर उसका समर्थन करेंगे. हम नहीं चाहते कि हमारी आने वाली पीढ़ी खेतों में मेहनत करें. आखिरकार, हम जमींदार नहीं हैं, हमें शिक्षा के महत्व का एहसास है."