तेलंगाना की राज्यपाल रहीं तमिलिसाई सौंदर्यराजन ने आज पद से इस्तीफा दिया तो इस बात की चर्चा तेज होगई कि वह लोकसभा का चुनाव लड़कर केंद्र की राजनीति में आ सकती है. उनके इस्तीफा देने का समय और इस बात की ओर इशारा करता है. सौंदर्यराजन 2019 तक तमिलनाडु भाजपा की प्रमुख रह चुकी हैं. यह बात चर्चाओं को बल देती है. सितंबर 2019 में उन्हें तेलंगाना का राज्यपाल बनाया गया था.
इसके पहले वह तेलंगाना बीजेपी की अध्यक्ष थीं. किरण बेदी को हटाने के बाद उन्हें पुडुचेरी के उपराज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था. सौंदर्यराजन पुराने कांग्रेसी कुमारी अनंतन की बेटी हैं. उन्होंने तेलंगाना में दो दशक से अधिक समय भाजपा में गुजारा है.
देश में लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी और तमाम दल अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर रहे हैं. चुनाव नजदीक हैं ऐसे में उनका इस्तीफा इशारा करता है कि बीजेपी उनको लोकसभा चुनाव लड़वा सकती है. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि बीजेपी कि तीसरी लिस्च में उनका नाम आ सकता है. वह लोकसभा चुनाव 2024 में तमिलनाडु से सियासी मदान में उतर सकती हैं. उन्होंने अपना इस्तीफा दिल्ली में दिया है.
तमिलनाडु में प्रभावशाली नागर समुदाय में जन्मीं सौंदर्यराजन ने 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ा था, जिसमें उनको डीएमके की कनिमोझी से थूथुकुडी में भारी अंतर से हार का सामना करना पड़ा था. एक बार फिर कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा उन्हें फिर से लोकसभा का चुनाव लड़वा सकती है.
डॉ. तमिलिसाई सौंदर्यराजन 2 जून 1961 को तमिलनाडु के कन्या कुमारी जिले के नागरकोइल में पैदा हुई थीं. वह तेलंगाना के राज्यपाल के रूप में पहली महिला हैं. डॉ. तमिलिसाई सौंदर्यराजन ने स्त्री रोग विज्ञान (डीजीओ) में एमबीबीएस हैं. उन्होंने टोरंटो, कनाडा में अल्ट्रासाउंड और भ्रूण थेरेपी पर विशेष प्रशिक्षण लिया है. उन्होंने 7 वर्षों तक सहायक प्रोफेसर (श्री राम चंद्र मेडिकल कॉलेज - चेन्नई में स्त्री रोग विभाग) के रूप में काम किया है. राजनीति में आने के लिए उन्होंने 2003 में पद से इस्तीफा दे दिया था. डॉ. तमिलिसाई समाज के विकास और अंतिम छोर तक नागरिकों की भलाई के प्रति केंद्रित हैं.