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तमिलनाडू में अगले दो दिन तक होगी भारी बारिश, मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी

Tamil Nadu Weather: चेन्नई मौसम विभाग ने चेंगलपट्टू, विल्लुपुरम और कुड्डालोर जिलों में बुधवार को भारी बारिश की चेतावनी दी है. बंगाल की खाड़ी में गहरे दबाव के कारण तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में हल्की बारिश हो सकती है. मछुआरों को 25 दिसंबर तक समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है, क्योंकि चक्रवाती तूफान का खतरा बना हुआ है.

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Edited By: Shilpa Srivastava
Tamil Nadu Weather

Tamil Nadu Weather: चेन्नई मौसम विभाग ने चेंगलपट्टू, विल्लुपुरम और कुड्डालोर जिलों के लोगों को बुधवार को भारी बारिश के लिए सतर्क रहने की चेतावनी दी है. यह चेतावनी बंगाल की खाड़ी में डीप प्रेशर के चलते दी गई है, जो उत्तर तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों के करीब आ रहा है. इस कारण तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कई हिस्सों में हल्की बारिश होने की संभावना है.

मौसम विभाग ने मछुआरों को सलाह दी है कि वे समुद्र में न जाएं. यह चेतावनी तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और बंगाल की खाड़ी के मध्य-पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम तटीय क्षेत्रों में 25 दिसंबर तक चक्रवाती तूफानों के खतरे के कारण जारी की गई है. इस दौरान समुद्र में रहना खतरनाक हो सकता है.

बादल छाए रहने की संभावना:

चेन्नई और उसके आसपास के इलाकों में भी आंशिक रूप से बादल छाए रहने और कुछ जगहों पर बारिश होने की संभावना है. यह मौसम पूरे क्षेत्र को प्रभावित करेगा और अगले दो दिनों तक कुछ जिलों में भारी बारिश की संभावना है. पुडुचेरी में भी 25 दिसंबर को बारिश की संभावना है.

24 और 25 दिसंबर को डेल्टा और उत्तरी जिलों, खासकर चेन्नई जैसे तटीय क्षेत्रों में बारिश होने की उम्मीद है. यह पूर्वानुमान उन लोगों के लिए काफी जरूरी जो इन तारीखों के आसपास अपनी योजनाएं बना रहे हैं.

जलवायु में अचानक बदलाव की तरफ इशारा: 

पिछले बुधवार को भी चेन्नई और आसपास के तिरुवल्लूर और चेंगलपट्टू जिलों में बारिश हुई थी, जो बंगाल की खाड़ी में बने लो प्रेशर एरिया के कारण हुई थी. यह मौसम घटना क्षेत्र की जलवायु में अचानक बदलाव की तरफ इशारा करती है और लोगों को हमेशा मौसम की जानकारी से अपडेट रहने की जरूरत को दिखाती है.

चेन्नई मौसम विभाग की यह चेतावनी और भविष्यवाणी लोगों को संभावित भारी बारिश और चक्रवाती स्थिति के लिए तैयार रहने की सलाह देती है. प्रभावित जिलों के लोगों और मछुआरों को सतर्क रहने और मौसम की नई जानकारी पर ध्यान देने की जरूरत है जिससे किसी भी दुर्घटना से बचा जा सके.