Tamil Nadu Minister K Ponmudi: तमिलनाडु के वन मंत्री और डीएमके के वरिष्ठ नेता के. पोनमुडी एक सार्वजनिक समारोह में दिए गए अपने भाषण के कारण तीखे विवाद में फंस गए हैं. उन्होंने अपने बयान में हिंदू धार्मिक पहचान को आपत्तिजनक और यौन संदर्भों से जोड़ा था. जिसके बाद उन्हें जमकर आलोचना झेलनी पड़ी.
हाल ही में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान, पोनमुडी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इस वीडियो में उन्हें यह कहते सुना गया, "महिलाओं, कृपया गलतफहमी न पालें," जिसके बाद उन्होंने एक चुटकुला सुनाया. इस चुटकुले में एक पुरुष द्वारा सेक्स वर्कर से मुलाकात का जिक्र था, जहां वह उससे पूछती है कि क्या वह शैव है या वैष्णव। इस टिप्पणी को हिंदू धर्म और महिलाओं के प्रति असंवेदनशील और अपमानजनक माना गया, जिसके बाद तमिलनाडु की राजनीति में भूचाल आ गया.
This is DMK’s standard of political discourse in Tamil Nadu. Thiru Ponmudi was once the Higher Education Minister of Tamil Nadu & now Minister for Forests and Khadi, and the youth of Tamil Nadu are expected to tolerate this filth? Not just this Minister, the entire DMK ecosystem… pic.twitter.com/ENMq47hiPf
— K.Annamalai (@annamalai_k) April 11, 2025
डीएमके सांसद कनिमोझी ने जताई नाराजगी
पोनमुडी के बयान पर डीएमके की वरिष्ठ नेता और सांसद कनिमोझी ने कड़ा ऐतराज जताया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "मंत्री पोनमुडी का हालिया भाषण स्वीकार नहीं किया जाएगा. भाषण का कारण चाहे जो भी हो, ऐसी अभद्र टिप्पणी निंदनीय हैं.'
डीएमके ने की त्वरित कार्रवाई
विवाद बढ़ने के बाद डीएमके ने तुरंत कदम उठाते हुए के. पोनमुडी को पार्टी के उप महासचिव पद से हटा दिया. उनकी जगह अब तिरुचि एन शिवा को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है. यह कार्रवाई पार्टी द्वारा इस मामले की गंभीरता को स्वीकार करने का संकेत देती है, हालांकि यह कदम विवाद को पूरी तरह शांत करने में कितना प्रभावी होगा, यह देखना बाकी है.
भाजपा और अन्य हस्तियों की तीखी प्रतिक्रिया
भाजपा नेता और अभिनेत्री खुशबू सुंदर ने इस मुद्दे पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन पर निशाना साधा. उन्होंने एक्स पर लिखा, "क्या आपमें कभी उन्हें उनकी कुर्सी और पद से हटाने की हिम्मत होगी? या आपको और आपकी पार्टी को महिलाओं और हिंदू धर्म का अपमान करने में परपीड़क सुख मिलता है?" उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि क्या स्टालिन परिवार की महिलाएं इस तरह के अपमान को स्वीकार करती हैं।
वहीं, प्रसिद्ध गायिका चिन्मयी श्रीपदा ने इस तरह की टिप्पणियों को मजाक के नाम पर सामान्य करने के लिए पोनमुडी की कड़ी आलोचना की. उन्होंने लिखा, "यह एक मज़ाक है. मज़ाक हम पर है. कोई न कोई देवता या देवी या भगवान ज़रूर होगा जो इसे सज़ा देगा."
भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने इस घटना को डीएमके द्वारा हिंदू धर्म पर कथित हमलों की श्रृंखला का हिस्सा बतया. उन्होंने डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन की पिछली टिप्पणियों का हवाला देते हुए कहा, "चाहे वह डीएमके हो, कांग्रेस हो, टीएमसी हो या आरजेडी हो, इंडी गठबंधन के सदस्य विचारधारा से नहीं, बल्कि हिंदू मान्यताओं के प्रति साझा तिरस्कार से एकजुट दिखते हैं.