तमिलनाडु के राज्यपाल ने कहा NEET विरोधी विधेयक को कभी मंजूरी नहीं दूंगा, सरकार बोली- तानाशाही व्यवहार कर रहे हैं रवि
NEET: तमिलनाडु के राज्यपाल आर.एन. रवि ने शनिवार को साफ तौर पर कहा कि वह तमिलनाडु सरकार के नीट विरोधी विधेयक को कभी भी मंजूरी नहीं देंगे.
नई दिल्ली: तमिलनाडु के राज्यपाल आर.एन. रवि ने शनिवार को साफ तौर पर कहा कि वह तमिलनाडु सरकार के नीट विरोधी विधेयक को कभी भी मंजूरी नहीं देंगे. इस विधेयक को अभी राष्ट्रपति की मंजूरी नहीं मिली है. राज्यपाल के इस बयान पर सत्तारूढ़ द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (DMK) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्ति की है.
राज्यपाल बोले- जारी रहेगी यह परीक्षा
राज्यपाल आर.एन. रवि ने कहा कि राष्ट्रीय प्रवेश-सह-पात्रता परीक्षा (NEET) के बिना उपलब्धियां भविष्य के लिए पर्याप्त नहीं हैं और यह परीक्षा जारी रहेगी.
उन्होंने कहा, "देखिए, मैं विधेयक को मंजूरी देने वाला अंतिम व्यक्ति होऊंगा. इसे कभी भी मंजूरी नहीं दूंगा. मैं नहीं चाहता कि मेरे बच्चे बौद्धिक रूप से अक्षम महसूस करें. मैं चाहता हूं कि हमारे बच्चे प्रतिस्पर्धा करें और सर्वश्रेष्ठ बनें. उन्होंने यह साबित कर दिया है."
राज्यपाल ने यहां राजभवन में नीट स्नातक 2023 में शीर्ष अंक हासिल करने वाले विद्यार्थियों के साथ बातचीत के दौरान यह बयान दिया है.
दरअसल, एक अभिभावक ने राज्यपाल से ‘नीट को प्रतिबंधित करने के लिए मंजूरी' देने का आग्रह किया था. उनका मतलब केंद्रीय परीक्षा से राज्य को छूट देने का प्रावधान करने वाले तमिलनाडु विधानसभा के एक विधेयक को मंजूरी देने से था.
'नीट विरोधी विधेयक को कभी मंजूरी नहीं दूंगा'
राज्यपाल ने कहा कि मैं आपको बहुत स्पष्ट रूप से बता रहा हूं कि मैं नीट (विधेयक) को कभी भी मंजूरी नहीं दूंगा. उन्होंने कहा कि वैसे भी यह राष्ट्रपति के पास गया है क्योंकि यह समवर्ती सूची का विषय है और यह ऐसा विषय है जिसे केवल राष्ट्रपति ही मंजूरी दे सकते हैं.
उन्होंने कहा कि यह मिथक फैलाया जा रहा है कि केवल कोचिंग लेने वाले ही मेडिकल एग्जाम पास कर सकते हैं. उन्होंने इस बात पर जोर दिया की सीबीएसई पाठ्यक्रम मानक है.
बता दें कि राज्यविधानसभा ने पिछले साल एक बार फिर तमिलनाडु को नीट से छूट देने का प्रावधान करने वाला विधेयक पारित किया था.
इससे पहले विधेयक को राज्यपाल रवि ने लौटा दिया था जिसके बाद डीएमके के छात्र शाखा के नेता और पार्टी के प्रवक्ता आर. राजीव गांधी ने राज्यपाल रवि के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उनके अहंकारी रवैये की आलोचना की थी.
'तानाशाही व्यवहार कर रहे हैं राज्यपाल'
डीएमके की सहयोगी पार्टी भाकपा ने भी नीट मुद्दे पर राज्यपाल रवि पर निशाना साधा. पार्टी ने कहा कि रवि का अंहकारी बयान लोकतांत्रिक मानदंडों के अनुरूप नहीं है.
यह अभिभावकों को डराने वाला है. डीएमके ने एक बयान में कहा कि राज्यपाल की ऐसी गतिविधियों को रोकने के लिए लोकतांत्रिक ताकतों को हाथ मिलाने और संघर्ष को आगे बढ़ाने की सख्त जरूरत है.
वहीं भाकपा ने कहा था कि विधानसभा, कैबिनेट और मुख्यमंत्री की सलाह पर चलने के बजाय राज्यपाल तानाशाही व्यवहार कर रहे हैं.
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