कितनी सीटों पर बनी बात? जयंत चौधरी का बीजेपी के साथ गठबंधन तय
बीजेपी-आरएलडी के बीच गठबंधन लगभग तय हो गया है. लोकसभा में यूपी से आरएलडी 2 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. ये दो सीटें बागपत और बिजनोर हो सकती हैं.
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने एक और दल को अपने साथ जोड़ लिया है. पीएम मोदी ने पूर्व सीएम चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने का ऐलान किया है. इस ऐलान के बाद उनके पोते जयंत चौधरी भावुक हो गए और पीएम मोदी का दिल से शुक्रिया अदा किया. मीडिया ने उनसे गठबंधन को लेकर सवाल किया. इसपर उन्होंने कहा कि क्या अब भी कोई कसर बची है. मैं किस मुंह से मना कर दूं.
उन्होंने कहा कि आज देश के लिए बड़ा दिन है. मैं भावुक हूं. मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति का आभार व्यक्त करता हूं. प्रधानमंत्री मोदी देश की नब्ज को समझते हैं. आज कमेरा वर्ग, किसान और मजदूरों का सम्मान किया जा रहा है. यह करने की क्षमता और किसी सरकार में नहीं रही. मुझे आज मेरे पिता अजीत सिंह की याद आ गई.
कितनी सीटों पर बनी बात?
आरएलडी अभी तक समाजवादी पार्टी के साथ इंडिया गठबंधन का हिस्सा थी और कुछ दिनों पहले सपा प्रमुख समाजवादी पार्टी ने इस गठबंधन का नए सिरे से भी ऐलान किया था. इस दौरान कहा गया था कि आरएलडी सात लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी और आरएलडी में गठबंधन तय हो गया है. लोकसभा में यूपी से आरएलडी 2 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. ये दो सीटें बागपत और बिजनोर होंगी. साथ ही जयंत चौधरी की पार्टी RLD को एक राज्यसभा सीट भी दी जाएगी. दोनों दलों के बीच गठबंधन का ऐलान दो से तीन दिन में हो जाएगा.
जाट वोटरों पर नजर
आरएलडी 2009 में बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ी थी. आरएलडी को 5 सीटें मिली थीं, लेकिन फिर 2014 और 2019 में यह गठबंधन टूट गया था. पश्चिमी यूपी को जाट, किसान और मुस्लिम बाहुल्य इलाका माना जाता है. यहां लोकसभा की कुल 27 सीटें हैं और 2019 के चुनाव में बीजेपी ने 19 सीटों पर जीत हासिल की थी. जबकि 8 सीटों पर विपक्षी गठबंधन ने कब्जा किया था. इनमें 4 सपा और 4 बसपा के खाते में आई थी. आरएलडी का खाता भी नहीं खुल सका था.