भारत में 26 नवंबर 2008 को मुंबई पर हुए आतंकी हमलों के मुख्य साजिशकर्ता तहव्वुर राणा को अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित किया जाएगा. इस बीच जानकारी मिली है कि पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली ने 26/11 मुंबई हमलों से पहले, 8 बार भारत यात्रा करने के दौरान तहव्वुर हुसैन राणा से 231 बार संपर्क किया था. यह जानकारी NIA के दस्तावेजों में सामने आई है.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, इन दस्तावेज़ों से पता चलता है कि आतंकी डेविड कोलमैन हेडली और तहव्वुर हुसैन राणा के बीच के संपर्कों का विस्तार काफी महत्वपूर्ण था, जिससे हमले की साजिश को अंजाम देने में सहायक जानकारी मिली.
2006 में भारत यात्रा के दौरान राणा से हुआ संपर्क
पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली की पहली भारत यात्रा 14 सितंबर 2006 को हुई थी, जब उसने तहव्वुर राणा से 32 से ज्यादा बार संपर्क किया था. राणा, जो पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक थे, हेडली के साथ मिलकर 26/11 हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक थे. हेडली ने अपनी दूसरी यात्रा के दौरान राणा से 23 बार, तीसरी यात्रा में 40 बार, पांचवीं यात्रा में 37 बार, छठी यात्रा में 33 बार, और आठवीं यात्रा के दौरान 66 बार राणा से बातचीत की.
राणा का हेडली की मदद में रहा अहम रोल
मिली जानकारी के अनुसार, कोर्ट के दस्तावेजों में यह भी खुलासा हुआ है कि राणा ने हेडली को भारत में बिना पहचाने रहने में मदद की. इसके अलावा, राणा ने हेडली को भारत में ठहरने के लिए जगहों की पहचान करने में भी मदद की, और आतंकवादी हमले की योजना को आगे बढ़ाने में सहायता प्रदान की.
राणा की प्रत्यर्पण प्रक्रिया और भारत आगमन
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ खड़े होकर कहा था कि उनके प्रशासन ने "बहुत बुरे" राणा को भारत प्रत्यर्पित करने की मंजूरी दे दी है. ऐसे में अब, 26/11 हमलों के आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा आखिरकार कल सुबह भारत आ रहे हैं, जहां उन्हें कानूनी प्रक्रिया का सामना करना होगा.