Tahawwur Rana: मुंबई हमले का गुनहगार तहव्वुर राणा के माथे पर सिकन है. उसने गुरुवार की रात कानूनी सलाहकार से पूछा कि क्या उसका मुकदमा एक साल के अंदरर खत्म हो जाएगा. सूत्रों की मानें तो उसे इस सवाल का उत्तर उसे ना में मिला. कानूनी सलाहकारों ने उससे कहा कि इतना समय तो चार्जशीट फाइल करने में लगता है. अगर ज्यादा तेजी से भी इस केस का निपटारा किया गया तो इसे पूरा कने में कम से कम 5 से 10 साल लग जाएंगे.
जैसे ही तहव्वुर राणा ने कानूनी सलाहकारों से भारतीय काननी प्रक्रिया के बारे में यह सब सुन उसे अंदाज हुआ कि आखिर उसके केस में कितना समय लग सकता है.
गुरुवार रात को हुई सुनावई
गुरुवार रात करीब 10:30 बजे, तहव्वुर राणा को भारी सुरक्षा के बीच पटियाला हाउस कोर्ट में स्पेशल जज चंदर जीत सिंह की अदालत में पेश किया गया. वे भूरे रंग की जेल यूनिफॉर्म, क्रॉक्स चप्पल, चश्मा और 4 से 6 इंच लंबी सफेद दाढ़ी में नजर आए. सिर के चारों ओर सफेद बाल और बीच में गंजापन दिखा.
NIA अधिकारियों ने खाने में तहव्वुर राणा को फल किया ऑफर
सूत्रों ने बताया कि राणा बहुत ही चालाक व्यक्ति है. वह आराम से बातचीत कर रहा है. कोर्ट कार्यवाही शुरू होने से पहले NIA के अधिकारियों ने उसे फल ऑफर किए, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया, लेकिन वे एजेंसी के लोगों से सहजता से बात करते रहे. बताया गया कि राणा की अच्छी देखभाल की जा रही है क्योंकि सरकार और एजेंसी चाहती हैं कि यह केस एक उदाहरण बने.
राणा के वकीलों ने कोर्ट से आग्रह किया कि उसे लिखने के लिए पेन दिया जाए ताकि वे अपनी सफाई की तैयारी कर सकें. कोर्ट ने अनुमति दी कि वे सिर्फ सॉफ्ट-टिप पेन का इस्तेमाल कर सकते हैं और अपने वकीलों से बात NIA की निगरानी में ही, सुनने की दूरी पर रहकर कर सकते हैं.
18 दिनों की हिरासत में भेजा
गुरुवार रात 11 बजे सुनवाई पूरी हुई, लेकिन आदेश शुक्रवार तड़के 2 बजे सुनाया गया. सरकारी वकील दयान कृष्णन और नरेंद्र मान ने बताया कि राणा के संबंध कई आतंकवादियों से हैं. कोर्ट ने 18 दिन की हिरासत मंजूर की और कुछ शर्तें लगाईं, जैसे कि राणा अपने वकीलों से हर दूसरे दिन मिल सकता है.