'घर पर ही थे CM केजरीवाल...', स्वाति मालीवाल ने पहली बार कैमरे पर किया खुलासा
Swati Maliwal Interview: बिभव कुमार पर मारपीट का आरोप लगाने वाली AAP सांसद स्वाति मालीवाल ने अब कैमरे पर आकर विस्तार से बताया है कि उनके साथ केजरीवाल के घर पर क्या हुआ था.
AAP सांसद स्वाति मालीवाल ने पहली बार कैमरे के सामने आकर अपने साथ हुए वाकये के बारे में बताया है. स्वाति मालीवाल ने यह भी कहा है कि जब वह मुख्यमंत्री आवास पहुंचीं तो उन्हें बताया गया कि अरविंद केजरीवाल घर पर हैं लेकिन इतने में बिभव कुमार आ गए और उनके साथ मारपीट की. इस मामले में AAP की ओर से लगातार आरोप लगाए जा रहे हैं कि स्वाति मालीवाल बीजेपी की साजिश का हिस्सा हैं और उन्हें मोहरा बनाया जा रहा है.
13 मई की घटना के बारे में स्वाति मालीवाल ने बताया, 'मैं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी से मिलने उनके आवास पर गई थी. मुझे वहां के स्टाफ ने ड्राइंग रूम में बिठाया और कहा कि अरविंद जी घर पर हैं और वह मुझसे मिलने आ रहे हैं. इतने में बिभव कुमार धनधनाते हुए आते हैं, मैंने उनको बोला भी कि भई क्या हो गया? अरविंद जी आ रहे हैं, मतलब हो क्या गया? इतने में ही उन्होंने हाथ छोड़ दिया.'
'मैं चिल्लाती रही लेकिन कोई मदद करने नहीं आया'
स्वाति मालीवाल ने आगे कहा, 'उन्होंने मुझे सात-आठ थप्पड़ पूरी जोर से मारे और जब मैंने उन्हें पुश करने की कोशिश की तो उन्होंने मेरा पैर पकड़ लिया और मुझे नीचे घसीट दिया. उसमें मेरा सिर सेंट्रल टेबल पर जाकर टकराया. मैं नीचे गिरी तो उन्होंने मुझे लातों से मारना शुरू किया. मैं बहुत जोर-जोर से चीख-चीखकर मदद मांग रही थी लेकिन कोई मदद के लिए आगे नहीं आया.'
AAP की सांसद ने आगे कहा, 'अब यह जांच का विषय है कि बिभव ने अकेले मारा, किसी के निर्देश पर मारा. दिल्ली पुलिस इसकी जांच कर रही है, मैं पूरा सहयोग कर रही है. हां ये है कि मैं किसी को क्लीन चिट नहीं दे रही हूं. फैक्ट ये है कि मुझे ड्राइंग रूम में बुरी तरह पीटा गया. अरविंद जी घर पर थे, मैं चिल्लाती रही लेकिन कोई मदद करने नहीं आया. मैंने ये नहीं सोचा कि मेरा क्या होगा, मेरे करियर का क्या होगा, मेरे साथ ये लोग क्या करेंगे.'
स्वाति मालीवाल ने आगे कहा, 'मैंने सिर्फ ये सोचा कि जो चीज मैंने सारी महिलाओं को बोली है कि आप हमेशा सच के साथ खड़े हो, आप सच्ची-सच्ची शिकायत करो लेकिन अगर आपके साथ गलत हुआ है तो आप जरूर लड़ो, तो मैं कैसे न लड़ूं.'