Supriya Sule: महाराष्ट्र की सियासत में आए दिन नया मोड़ लेती रहती है. शरद पवार और अजित पवार गुट में बटी नेशनल कांग्रेस पार्टी के दो सदस्य एक ही लोकसभा सीट से आमने-सामने चुनावी मैदान में हैं. सुप्रिया सुले और उनकी भाभी सुनेत्रा पवार बारामती से एक दूसरे को टक्कर देती नजर आएंगी. सुनेत्रा के नाम की घोषणा होने के बाद पहली दफा सांसद सुप्रिया का बयान सामने आया है. उन्होंने भाभी सुनेत्रा को मां के जैसी बताया और कहा की बीजेपी उनके परिवार को बांटने का काम कर रही है.
भाई की पत्नी मां समान- सुप्रिया
उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी केवल शरद पवार को हराना चाहती है. उनके पास कोई कैंडिडेट नहीं है. इन्होंने पवार परिवार को बाटने का निश्चय कर लिया है. उन्होंने हमारे परिवार के सदस्य को ही हमारे विरुद्ध खड़ा कर दिया है. हमारे बड़े भाई की पत्नी जिन्हें हम वाहिनी बुलाते हैं वो माता की जैसी हैं. यह हमारी संस्कृति है. बीजेपी ने मेरी माता को मेरे खिलाफ खड़ा किया है.
इससे पहले सुप्रिया सुले ने लोकसभा चुनाव को लेकर सुनेत्रा के नाम पर कुछ भी बोलने से इंकार किया था. उन्होंने कहा था कि लोकतंत्र में हर किसी को चुनाव लड़ने का अधिकार है. सुनेत्रा और सुले दोनों सीधे तौर पर किसी के खिलाफ कुछ बोलने से बचती रही हैं.
प्रचार में जुटी हैं दोनों महिलाएं
शनिवार को अजीत पवार वाली एनसीपी ने सुनेत्रा को बारामती से चुनावी मैदान में उतारने की घोषणा की थी. वहीं, शरद पवार ने सुप्रिया सुले को साबरमती में चुनावी मैदान में उतारा है.
सुप्रिया और सुनेत्रा दोनों ही लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले ही चुनाव प्रचार कर रही हैं. शरद पवार बहुत पहले से कहते चले आ रहे हैं कि साबरमती की जनता सुप्रिया सुले फिर से चुनेगी. वहीं, अजीत पवार ने इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी है. हालांकि, उन्होंने साबरमती से सुनेत्रा को चुनावी मैदान में उतारने के लिए कई कई हिंट दिए थे.
जताया जनता का आभार
सुप्रिया सुले ने महा विकास अघाड़ा का साबरमती से टिकट देने पर आभार जताया है. उन्होंने कहा कि मैं उन मतदाताओं का भी शुक्रिया करती हूं जिन्होंने मुझे साबरमति से तीन बार लोकसभा का चुनाव जिताया. मैं वोटरों से फिर से अपील करती हूं कि वो मुझे एक बार फिर से सेवा का मौका दें.
साबरमती की लड़ाई वैचारिक है- सुले
उन्होंने आगे कहा कि साबरमती की लड़ाई वैचारिक है. मैं किसी व्यक्ति विशेष से नहीं लड़ रही हूं. मेरी लड़ाई बीजेपी के गलत नीतियों के खिलाफ है. मेरी राजनीति निजी नहीं है लेकिन विचारधारा के विकास के लिए है.
सुप्रिया सुले ने कहा कि देश इस समय महंगाई की मार और बेरोजगारी की मार झेल रहा है. भ्रष्टाचार के साथ बीजेपी सरकार की तानाशाही देश के लिए दूसरे सबसे बड़ी समस्या है.