Supreme Court Break Record: देश के सरकारी संस्थानों में गर्मियों की छुट्टियां आम बात है. इस दौरान कई सरकारी कामकाज प्रभावित होते हैं, इनमें सुप्रीम कोर्ट भी शामिल हैं. लेकिन इस साल गर्मी की छुट्टियों में भी सुप्रीम कोर्ट ने न सिर्फ जरूरी मामलों की सुनवाई की, बल्कि रिकार्ड मामलों का निपटारा भी किया. इस साल पहली बार गर्मियों में रिकार्ड 20 बेंचों का गठन किया गया और दोनों पक्षों के वकीलों की सहमति से मामलों की सूची तैयार की गई. फिर मामलों की सुनवाई की गई.
सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि लोग हमें रोजाना सुबह 10.30 बजे से शाम 4 बजे तक सुप्रीम कोर्ट में बैठे हुए देखते हैं, जब हम 40 से 60 मामलों को संभालते हैं. सुबह 10.30 बजे से शाम 4 बजे के बीच हम जो काम करते हैं, वह अगले दिन सुनवाई के लिए आने वाले मामलों से निपटने के लिए किए जाने वाले काम का एक छोटा सा हिस्सा है.
उन्होंने कहा कि हर जज अगले दिन के लिए निर्धारित केस फाइलों को पढ़ने में बराबर समय लगाता है. कार्य दिवसों पर फैसले सुरक्षित रखे जाते हैं. शनिवार को, हर जज बैठकर फैसले सुनाता है. रविवार को, हम सभी सोमवार के लिए सूचीबद्ध मामलों को पढ़ते हैं. इसलिए, बिना किसी अपवाद के, हर सुप्रीम कोर्ट जज सप्ताह में सातों दिन काम करता है. 2017 की तुलना में छुट्टियों के दौरान निपटारे में 3 गुना वृद्धि हुई है और यह 1,170 मामलों तक पहुंच गया है.
सोमवार को गर्मी की छुट्टियों के बाद सुप्रीम कोर्ट में सामान्य कामकाज शुरू होने के साथ ही अगले कुछ हफ़्तों में सीजेआई की अगुआई वाली बेंच फ़ैसले सुनाएगी, जिसमें 9 जजों की बेंच की ओऱ से तीन, 7-जे बेंच की ओर से दो और 5-जे बेंच की ओर से दो फ़ैसले सुनाए जाएंगे. संविधान पीठ के ये मामले दशकों से लंबित हैं, जिसमें यह विवाद भी शामिल है कि क्या निजी स्वामित्व वाली संपत्तियों को सामुदायिक संपत्ति के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है?
दिलचस्प बात यह है कि बहुत सारे प्रशासनिक कामों को संभालने और भारत और विदेशों में सम्मेलनों में भाग लेने के बावजूद, CJI डीवाई चंद्रचूड़ 18 मामलों में सुरक्षित रखे गए निर्णयों पर काम कर रहे हैं, जिनमें कुल 176 जुड़ी याचिकाएं हैं, जिनकी अध्यक्षता उनकी पीठ करती है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, SC न्यायाधीशों ने 786 जुड़ी याचिकाओं के साथ 190 मामलों में निर्णय सुरक्षित रखे हैं और वे इन निर्णयों पर 24 घंटे काम कर रहे हैं ताकि अदालत के फिर से खुलने के कुछ हफ़्तों के भीतर निर्णय सुनाए जा सकें.
2023 से पहले छह सालों में हर गर्मी की छुट्टी में औसतन 1,380 मामले सूचीबद्ध किए गए थे. 2023 और 2024 में 2,261 और 4,160 मामले अवकाश पीठों के समक्ष सूचीबद्ध किए गए. 2017 के आंकड़ों की तुलना में गर्मी की छुट्टियों के दौरान निपटारे में लगभग तीन गुना वृद्धि हुई और यह 1,170 हो गई. 2023 से पहले मामले का औसत निपटान प्रति छुट्टी लगभग 461 मामले थे. 2023 की गर्मी की छुट्टियों में, सुप्रीम कोर्ट ने 751 मामलों का निपटारा किया, जो इस साल बढ़कर 1,170 हो गया. इसके अलावा, इस साल गर्मी की छुट्टियों के दौरान अवकाश पीठों ने 1,157 मामलों में नोटिस जारी किए.