Chandigarh Mayor Election: सवाल-जवाब की जुबानी समझें चंडीगढ़ मेयर इलेक्शन की पूरी कहानी
Chandigarh Mayor Election: चंडीगढ़ का मेयर इलेक्शन इस समय काफी चर्चाओं में है. चुनाव में गड़बड़ियों के आरोप को लेकर मामला सुप्रीम कोर्ट तक में पहुंच चुका है. तो समझते हैं कि आखिर ये मामला है क्या?
Chandigarh Mayor Election: चंडीगढ़ मेयर इलेक्शन इस समय देशभर में चर्चा का विषय बन गया है. आज यानी सोमवार को इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव अधिकारी अनिल मसीह को लताड़ लगाई है. वहीं दावा किया जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने पहली बार किसी रिटर्निंग अधिकारी से इस तरह की बहस की है. ऐसे में आप सवाल-जवाब के जरिए समझिए कि आखिर चंडीगढ़ मेयर इलेक्शन में वोटिंग से लेकर सुप्रीम कोर्ट में जाने तक क्या-क्या हुआ?
आसान सवाल-जवाब से समझें पूरी कहानी
प्रश्न: चंडीगढ़ मेयर चुनाव 2024 में क्या मुद्दे हैं?
उत्तर: चंडीगढ़ मेयर चुनाव 2024 में कई मुद्दे थे. इनमें विकास योजनाएं, भ्रष्टाचार, जीवन यापन की लागत, स्वच्छता और पर्यावरण शामिल हैं.
प्रश्न: चंडीगढ़ मेयर चुनाव में कौन से दल चुनाव लड़े?
उत्तर: चंडीगढ़ मेयर चुनाव 2024 में मुख्य रूप से तीन दलों ने चुनाव लड़ा था. ये दल आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP), कांग्रेस हैं. इनके अलावा कुछ अन्य छोटे दल और निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रहे.
प्रश्न: चंडीगढ़ मेयर का कार्यकाल कितना होता है?
उत्तर: चंडीगढ़ मेयर का कार्यकाल 5 वर्ष होता है. पांच साल बाद चुनाव होते हैं.
प्रश्न: चंडीगढ़ मेयर चुनाव में क्या विवाद है?
उत्तर: जनवरी 30 को हुए मेयर चुनाव में कथित तौर पर मतपत्रों पर गड़बड़ी की गई, जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया. रिटर्निंग ऑफिसर अनिल मसीह पर चुनाव के दौरान कुछ मतपत्रों पर निशान (X) लगाने का आरोप है.
प्रश्न: सुप्रीम कोर्ट ने क्या फैसला लिया?
उत्तर: सुप्रीम कोर्ट ने चिंता जताई कि मसीह ने जो किया उससे चुनाव के नतीजों में गड़बड़ी हो सकती थी. कोर्ट ने मतपत्रों की जांच करने का आदेश दिया है. इस दौरान उन चिह्नों को नजरअंदाज करके यह देखने की कोशिश की जाएगी कि ये वोट किसे मिले थे.
प्रश्न: कोर्ट ने जांच के अलावा क्या कहा?
उत्तर: कोर्ट ने नए रिटर्निंग ऑफिसर की नियुक्ति का आदेश दिया है और मतपत्रों की गिनती की निगरानी के लिए हाई कोर्ट से न्यायिक अधिकारी की मांग की है. कोर्ट ने यह भी कहा है कि मसीह के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है.
प्रश्न: सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद क्या होगा?
उत्तर: सुप्रीम कोर्ट कल (20 फरवरी) मतपत्रों की जांच करेगा और फिर आगे का फैसला लेगा. अगर मतपत्रों से सही नतीजे का पता चलता है, तो नया मेयर घोषित हो सकता है. ये भी हो सकता है कि कोर्ट दोबारा चुनाव का आदेश भी दे.
प्रश्न: इस घटना से चंडीगढ़ मेयर इलेक्शन पर असर क्या होगा?
उत्तर: यह घटना चुनाव प्रक्रिया की शुद्धता और अखंडता पर सवाल उठाती है. अगर अनिल मसीह दोषी पाए जाते हैं, तो चुनाव आयोग की ओर से सख्त कार्रवाई हो सकती है. साथ ही चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए नए नियम लागू किए जा सकते हैं.
प्रश्न: चुनाव कब होंगे?
उत्तर: चंडीगढ़ मेयर चुनाव की तारीख अभी घोषित नहीं की गई है. हालांकि उम्मीद है कि यह अप्रैल या मई 2024 में हो सकता है.
प्रश्न: मैं कैसे मतदान कर सकता हूं?
उत्तर: मतदान करने के लिए आपके पास मतदाता पहचान पत्र (Voter ID) होना आवश्यक है. आप अपने निर्धारित मतदान केंद्र पर जाकर मतदान कर सकते हैं. मतदान की प्रक्रिया के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप निर्वाचन आयोग की वेबसाइट देख सकते हैं.
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