Panagarh Road Crash: सुतंद्रा चटर्जी, एक 27 वर्षीय युवती, जो अपने परिवार की एकलौती कमाने वाली थी, एक दुखद घटना का शिकार हो गई. सुतंद्रा के पिता, जो एक गायक थे, का आठ महीने पहले निधन हो गया था. तब से, सुतंद्रा ने अपने परिवार की देखभाल की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली थी.
सुतंद्रा चंद्रनगर नरुआ रायपारा में अपने तीन मंजिला घर में अपनी मां तनुश्री और दो बीमार दादी के साथ रहती थी. वह एक पेशेवर डांसर थी और उसने हाल ही में गया में अपनी खुद की इवेंट मैनेजमेंट फर्म - मूनवॉक - शुरू की थी. सुतंद्रा अपना समय अपने घर और गया के बीच बिताती थी, जहां उसका काम फैला हुआ था.
"वह मेरी इकलौती संतान थी. मैं और क्या कह सकती हूं. जिन लोगों ने मेरी बेटी के साथ, हमारे साथ ऐसा किया, उन्हें सजा मिलनी चाहिए," सुतंद्रा की मां तनुश्री ने कहा. वह पानागढ़ जा रही थीं, जहां उनकी बेटी के साथ दुखद घटना हुई थी.
तनुश्री ने बताया कि उनकी बेटी एक कारोबारी सहयोगी के विवाह समारोह में शामिल होने के लिए घर से निकली थी. वह अक्सर उसी रास्ते से आती-जाती थी. पहले कभी ऐसा कुछ नहीं हुआ था. सुतंद्रा का कोई दुश्मन नहीं था. तनुश्री को नहीं पता कि ऐसी घटना को रोकने के लिए क्या सुरक्षा उपाय किए गए थे. वह चाहती हैं कि अपराधियों को गिरफ्तार किया जाए, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ है.
जब यह खबर इलाके में पहुंची, तो पूरा इलाका सदमे और अविश्वास में डूब गया. स्थानीय लोग सुतंद्रा को "मैम" कहकर बुलाते थे. वे कुत्तों के प्रति उसके प्यार का भी जिक्र करते थे.
एक पड़ोसी ने बताया, "जब भी वह घर आती, तो आवारा कुत्तों को खाना खिलाने के लिए खुद खाना बनाती. उसे डांस करना बहुत पसंद था. उसने बचपन में ही डांस करना शुरू कर दिया था. हाल ही में उसने और एक स्थानीय युवक प्रदीप दत्ता ने अपनी खुद की इवेंट मैनेजमेंट कंपनी शुरू की. कैंसर से जूझ रहे अपने पिता की मौत के बाद उसने अपने परिवार की देखभाल शुरू कर दी. उसकी मां भी इन दिनों बीमार रहती है. उसकी दादी भी बीमार हैं. हम परिवार को लेकर बहुत चिंतित हैं."