भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स बोइंग के नए स्टारलाइनर कैप्सूल में सवार होकर अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पहुंच गई हैं. अंतरिक्ष यात्री को अंतरिक्ष स्टेशन पर अपने आगमन का जश्न डॉक के पास एक वेलकम पार्टी के साथ मनाते हुए देखा गया. गुरुवार को सफल डॉकिंग ने स्टारलाइनर की उड़ान-योग्यता और स्पेसएक्स के साथ बढ़ती प्रतिस्पर्धा को प्रदर्शित किया. इस मिशन में नासा के अंतरिक्ष यात्री बैरी विल्मोर और सुनीता विलियम्स शामिल हैं.
स्पेस स्टेशन पर पहुंचते ही सुनीत विलियम्स ने डांस किया. कैप्सूल से निकलते वक्त उन्होंने डांस किया, उनके बाल खुले थे. सुनीता ने बाहर आकर काफी खुश थी और वहां मौजूद टीम के सदस्यों को गले लगाया.
Hugs all around! The Expedition 71 crew greets Butch Wilmore and @Astro_Suni aboard @Space_Station after #Starliner docked at 1:34 p.m. ET on June 6. pic.twitter.com/wQZAYy2LGH
— Boeing Space (@BoeingSpace) June 6, 2024
सीएसटी-100 स्टारलाइनर, जिसका नाम 'कैलिप्सो' है, फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से लॉन्च किया गया और 27 घंटे की उड़ान के बाद आईएसएस पर डॉक किया गया. हीलियम प्रणोदन संबंधी समस्याओं के बावजूद, कैप्सूल दोपहर 1:34 बजे ईडीटी पर सफलतापूर्वक डॉक किया गया. आगमन पर, विल्मोर और विलियम्स ने नियमित जांच की और कैप्सूल और आई.एस.एस. के बीच के मार्ग पर दबाव डाला. आई.एस.एस. चालक दल ने गले मिलकर और हाथ मिलाकर उनका स्वागत किया. अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी पर लौटने से पहले लगभग आठ दिनों तक आई.एस.एस. पर रहेंगे.
बोइंग ने नासा के साथ 4.2 बिलियन डॉलर के अनुबंध के तहत स्टारलाइनर का विकास किया. यह मिशन स्टारलाइनर की पहली चालक दल वाली परीक्षण उड़ान है, जो नियमित मिशनों के लिए प्रमाणन से पहले एक महत्वपूर्ण कदम है. विलियम्स और विल्मोर के पास अंतरिक्ष में व्यापक अनुभव है, उन्होंने अंतरिक्ष में कुल 500 दिन बिताए हैं. विलियम्स मई 1987 में अमेरिकी नौसैन्य अकादमी से प्रशिक्षण लेने के बाद अमेरिकी नौसेना से जुड़ी थीं. उनको 1998 में नासा द्वारा अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुना गया था.