Sundar Pichai meets PM Narendra Modi: पेरिस में हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक्शन समिट में हिस्सा लेते हुए, गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) सुंदर पिचाई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के माध्यम से होने वाले 'अविश्वसनीय अवसरों' और भारत के डिजिटल परिवर्तन पर विचार-विमर्श किया.
सुंदर पिचाई ने अपने X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर इस मुलाकात की एक झलक साझा की. पिचाई ने लिखा, 'AI एक्शन समिट के लिए पेरिस में रहते हुए आज PM @narendramodi से मिलकर बहुत खुशी हुई. हमने AI द्वारा भारत में लाए जा सकने वाले अविश्वसनीय अवसरों और भारत के डिजिटल परिवर्तन पर हम किस तरह मिलकर काम कर सकते हैं, इस पर चर्चा की.'
यह मुलाकात भारत के डिजिटल भविष्य और AI के क्षेत्र में सहयोग के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है. गूगल और भारत सरकार के बीच इस तरह की साझेदारी भारत में डिजिटल बदलाव को गति देने में सहायक हो सकती है.
Delighted to meet with PM @narendramodi today while in Paris for the AI Action Summit. We discussed the incredible opportunities AI will bring to India and ways we can work closely together on India’s digital transformation pic.twitter.com/OXA3vfQ6OT
— Sundar Pichai (@sundarpichai) February 11, 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब वह फ्रांस में आयोजित AI एक्शन समिट की को-चेयरमैनशिप कर रहे थे. इस समिट में पीएम मोदी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए वैश्विक रूपरेखा की वकालत की. उन्होंने बताया कि सामूहिक वैश्विक प्रयास ही AI के लिए सही शासन और मानकों का निर्माण कर सकते हैं, जो नवाचार को बढ़ावा देते हुए जोखिमों को भी संबोधित करेंगे.
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि AI-संचालित भविष्य में लोगों को तैयार करने के लिए उन्हें कौशल और पुनः कौशल (reskilling) की आवश्यकता होगी. उन्होंने यह माना कि 'नौकरियों का नुकसान AI का सबसे भयावह व्यवधान हो सकता है, लेकिन इतिहास ने यह साबित किया है कि तकनीक से काम गायब नहीं होते, उनकी प्रकृति बदल जाती है.'
प्रधानमंत्री ने AI की प्रगति के बावजूद यह जोर दिया कि मानव ही अपने सामूहिक भविष्य की कुंजी रखते हैं. उन्होंने कहा, 'हम AI युग की शुरुआत में हैं, जो मानवता के पाठ्यक्रम को आकार देगा. कुछ लोग मशीनों के मनुष्यों से बुद्धिमत्ता में बेहतर होने की चिंता करते हैं, लेकिन हमारे सामूहिक भविष्य और साझा नियति की कुंजी हम मनुष्यों के अलावा किसी और के पास नहीं है.'
इस संदर्भ में अमेरिका के नव-निर्वाचित उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, 'मुझे वास्तव में विश्वास है कि AI लोगों को सुविधा प्रदान करेगा और उन्हें अधिक उत्पादक बनाएगा. यह मनुष्यों की जगह नहीं लेगा, यह कभी भी मनुष्यों की जगह नहीं लेगा.'
फ्रांस में अपने प्रवास के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय और फ्रांसीसी सीईओ के एक फोरम को भी संबोधित किया. उन्होंने इस फोरम की भूमिका को भारत और फ्रांस के आर्थिक संबंधों को मजबूत करने और नवाचार को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण बताया. उन्होंने कहा, 'यह भारत और फ्रांस के सबसे प्रतिभाशाली दिमागों का संगम है. आप नवाचार, सहयोग और उन्नति के मंत्र को अपना रहे हैं, उद्देश्य के साथ प्रगति को आगे बढ़ा रहे हैं. बोर्डरूम कनेक्शन बनाने से परे, आप भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक साझेदारी को सक्रिय रूप से मजबूत कर रहे हैं.'
पीएम मोदी ने भारतीय निवेश के लिए फ्रांसीसी सीईओ से आग्रह किया और कहा, 'यह भारत आने का सही समय है, यह सही समय है. सभी क्षेत्रों की प्रगति भारत की प्रगति से जुड़ी हुई है. इसका एक उदाहरण एविएशन सेक्टर में देखा जा सकता है, जहां भारतीय कंपनियों ने विमानों के लिए बड़े ऑर्डर दिए हैं. अब जब हम 120 नए एयरपोर्ट खोलने जा रहे हैं, तो आप भविष्य की संभावनाओं की कल्पना कर सकते हैं.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब दो दिनों के लिए अमेरिका जाएंगे, जहां वह नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे और भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत बनाने पर चर्चा करेंगे. यह दौरा दोनों देशों के बीच राजनीतिक, आर्थिक और तकनीकी सहयोग को आगे बढ़ाने में मदद करेगा.