मिडिल ईस्ट में 'घमासान' के बीच शेयर बाजार धड़ाम, इन्वेस्टर्स के डूबे करोड़ों रुपये
भारतीय शेयर बाजार में गुरुवार, 3 अक्टूबर यानी आज शुरुआती कारोबार में गिरावट दर्ज की गई और सेंसेक्स 1,264.2 अंक गिरकर 83,456 पर आ गया. वहीं निफ्टी 50 सूचकांक भी 0.97% गिरकर 25,548.4 अंक पर आ गया. दरअसल यह सब ईरान द्वारा इजरायल पर किए गए हमले के बाद हुआ है
ईरान द्वारा इजारयल पर हमला करने के बाद मध्य पूर्व में संघर्ष बढ़ने की आशंका के बीच भारत में शेयर बाजार की स्थिति चरमरा गई है. जब से इजरायल ने ईरान को धमकी दी है तब से लगभग सभी देशों में चिंता देखी जा रही है. हालांकि इसका सबसे ज्यादा असर भारत की सेंसेक्स और निफ्टी पर दिख रहा है.
भारतीय शेयर बाजार में गुरुवार, 3 अक्टूबर यानी आज शुरुआती कारोबार में गिरावट दर्ज की गई और सेंसेक्स 1,264.2 अंक गिरकर 83,456 पर आ गया. वहीं निफ्टी 50 सूचकांक भी 0.97% गिरकर 25,548.4 अंक पर आ गया. 13 मुख्य क्षेत्रीय सूचकांकों में से 12 में गिरावट दर्ज की गई, जिसमें रियल्टी और ऑटो शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज हुई है. बेंचमार्क में गिरावट एशियाई के बराबर है, जिनमें दिन में 1.5% की गिरावट आई.
भारतीय शेयर बाजार धड़ाम
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से टाटा मोटर्स , एशियन पेंट्स , लार्सन एंड टूब्रो, एक्सिस बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, रिलायंस इंडस्ट्रीज , मारुति , कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक प्रमुख रूप से काफी पिछड़ गई है.
घरेलू बाजारों में भारी नुकसान
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सेंट्रल इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के विश्लेषकों के हवाले से कहा, 'मिडिल ईस्ट में व्यापक संघर्ष की आशंका बढ़ने के कारण घरेलू बाजारों में भारी नुकसान देखने को मिल सकता है, क्योंकि इससे भारत द्वारा आयातित खासकर वस्तु तेल की आपूर्ति बाधित हो सकती है.' इसके अलावा व्यक्तिगत शेयरों में कंपनी डाबर ने साल 2020 के बाद पहली तिमाही में राजस्व में गिरावट का अनुमान दर्ज किया गया है.