Video: स्लीपर वंदे भारत ट्रेन का ट्रायल, 130 किलोमीटर की स्पीड से दौड़ी स्लीपर Vande Bhara
पश्चिमी रेलवे के अधिकारियों के अनुसार, इस ट्रायल के दौरान स्लीपर वंदे भारत ट्रेन का कन्फर्मेटरी ऑसिलोग्राफ कार रन (COCR) टेस्ट किया गया. यह परीक्षण ट्रेन की गति, संरचना और सुरक्षा मानकों की जांच करने के लिए किया जाता है.
देशभर में विभिन्न रूटों पर चेयर वंदे भारत ट्रेनें सफलता से चल रही हैं और अब लंबी दूरी के सफर के लिए स्लीपर वंदे भारत ट्रेनों का इंतजार किया जा रहा है. भारतीय रेलवे ने इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. बुधवार को, स्लीपर वंदे भारत ट्रेन का अहम ट्रायल अहमदाबाद और मुंबई सेंट्रल के बीच किया गया, जिसमें ट्रेन ने 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ते हुए अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया. इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि स्लीपर वंदे भारत ट्रेनों की लॉन्चिंग बहुत जल्द हो सकती है.
स्लीपर वंदे भारत ट्रेन का ट्रायल?
पश्चिमी रेलवे के अधिकारियों के अनुसार, इस ट्रायल के दौरान स्लीपर वंदे भारत ट्रेन का कन्फर्मेटरी ऑसिलोग्राफ कार रन (COCR) टेस्ट किया गया. यह परीक्षण ट्रेन की गति, संरचना और सुरक्षा मानकों की जांच करने के लिए किया जाता है. इस ट्रायल के दौरान ट्रेन को 130 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से दौड़ाया गया. हालांकि, निर्धारित समय से करीब 1.10 घंटे की देरी से ट्रेन मुंबई सेंट्रल पहुंची, लेकिन अधिकारी इसे अपरिहार्य कारणों से जुड़ा हुआ मानते हैं.
स्लीपर वंदे भारत ट्रेन के फायदे
स्लीपर वंदे भारत ट्रेनें भारतीय रेलवे का भविष्य मानी जा रही हैं. इन ट्रेनों में उच्चतम स्तर की सुविधाओं के साथ स्लीपर कोच होंगे, जो लंबी दूरी के सफर को आरामदायक बनाएंगे. यह ट्रेनें न केवल यात्रियों को तेज और आरामदायक यात्रा का अनुभव प्रदान करेंगी, बल्कि देश के रेलवे नेटवर्क को भी आधुनिक और सुरक्षित बनाएंगी.
आगे का रास्ता
अब, इस ट्रायल रन के बाद, रेलवे को अंतिम परीक्षण परिणामों का विश्लेषण करना होगा. इसके बाद, अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन (RDSO) द्वारा अंतिम प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा. जैसे ही इस ट्रेन की सभी तकनीकी और सुरक्षा मानक पूरा होते हैं, स्लीपर वंदे भारत ट्रेनों को जल्द ही आम यात्रियों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा.