महाकुंभ में संगम तट पर भगदड़, कइयों के घायल की सूचना, मौनी अमावस्या के कारण पहुंची करोड़ों की भीड़

प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के मौके पर संगम नोज पर अचानक भगदड़ मचने से कई श्रद्धालु घायल हुए हैं.

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Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के मौके पर संगम नोज पर अचानक भगदड़ मचने से कई श्रद्धालुओं के घायल होने की खबर है. इस घटना में कई लोग घायल हुए हैं, जिन्हें महाकुंभ के केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है. राहत और बचाव कार्य जारी है, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कितने लोग घायल हुए हैं और उनकी स्थिति कितनी गंभीर है. 

बताया जा रहा है कि संगम नोज पर स्नान के लिए अखाड़े के संतों को 5 बजे तक पहुंचना था, लेकिन अभी तक वे अखाड़ा मार्ग पर प्रवेश नहीं कर पाए हैं. इस मार्ग पर लगातार एंबुलेंस आ रही हैं और आपातकालीन सायरन की आवाज सुनाई दे रही है. घटना के बाद अखाड़े के साधु-संत स्नान के लिए अपने शिविरों से बाहर नहीं निकल पाए हैं.

प्रशासन की तरफ से घायलों को का कोई आंकड़ा नहीं बताया गया है. प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ बचाव कार्य में लगा हुआ है. स्थिति सामान्य हो गई है, आम श्रद्धालु संगम नोज की तरफ जा रहे हैं.  

खंभा गिरना भगदड़ की बताई जा रही वजह

चश्मदीदों के अनुसार, कर्नाटका के बेलगांव से आई महिला श्रद्धालु सरोजनी ने बताया कि अचानक भीड़ बढ़ने से एक खंभा टूटकर गिरा, जिससे भगदड़ मच गई. उनके साथ आए एक बुजुर्ग दंपति घायल हो गए. 

गोंडा के जोखू लाल ने बताया कि उनके चाचा ननकन (44) की इस भगदड़ में मौत हो गई है और वे केंद्रीय अस्पताल में उनका शव लेने पहुंचे हैं. बलिया के नगरा निवासी बलजीत सिंह ने भी कहा कि ज्यादा भीड़ के कारण साथ आए लोग घायल हो गए, और कुछ लोग दब भी गए. 

स्थिति हुई सामान्य

सलमान अली ने बताया कि घटना स्थल पर अब स्थिति सामान्य हो गई है. घटना वही हुई थी, जहां अखाड़ों का अमृत स्नान होना था. भगदड़ के बाद बैरिकेडिंग खोल दी गई है ताकि लोगों को निकालने में आसानी हो. 

बिहार के सासाराम से आए श्याम नारायण और उनकी पत्नी बबिता के साथ सात लोग आए थे, जिनमें उनका डेढ़ साल का नाती भी शामिल था. भगदड़ में वह गिर गया और अब केंद्रीय अस्पताल में इलाज चल रहा है. उनका सारा सामान संगम में रह गया है. एंबुलेंस लगातार घटनास्थल पर आ रही हैं.