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India Daily

कहीं धूप कहीं गर्मी, इन राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी, मौसम विभाग का अलर्ट

पिछले 24 घंटों में पूर्वी मध्य प्रदेश में भारी बारिश दर्ज की गई, जबकि साउथ असम, उत्तरी ओडिशा, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, उत्तर छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश के कई इलाकों में ओले गिरने की खबरें सामने आई हैं.

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Edited By: Gyanendra Sharma
Rain Alert
Courtesy: Social Media

उत्तर भारत के अधिकतर राज्यों में गर्मी पड़ रही है. हालांकि कुछ हिस्सों में बारिश हो रही है. कई इलाकों में तेज हवा के साथ जोरदार बारिश हो रही है. मौसम विभाग ने बताया कि शुक्रवार को पूर्वी और उससे लगे राज्यों में दो दिनों तक बारिश होने की संभावना है. तूफान के साथ बारिश होने वाली है. इसके अलावा 23 मार्च तक दक्षिण भारत में आंधी तूफान की चेतावनी दी गई है. 

पिछले 24 घंटों में पूर्वी मध्य प्रदेश में भारी बारिश दर्ज की गई, जबकि साउथ असम, उत्तरी ओडिशा, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, उत्तर छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश के कई इलाकों में ओले गिरने की खबरें सामने आई हैं. इसके अलावा, अरुणाचल प्रदेश, असम, अंडमान और निकोबार, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश में तेज हवाएं चलीं, जिनकी रफ्तार 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे तक रही.
 
मौसम विभाग का पूर्वानुमान

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, आने वाले दिनों में भी कई राज्यों में बारिश और आंधी का सिलसिला जारी रहेगा. पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, विदर्भ, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार, झारखंड और ओडिशा में 21 और 22 मार्च को गरज के साथ बारिश होने की संभावना जताई गई है. इसके साथ ही, इन क्षेत्रों में बिजली कड़कने और तेज हवाओं की चेतावनी भी जारी की गई है.  

विशेष रूप से, पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड में 21 मार्च को ओलावृष्टि की संभावना है, जबकि विदर्भ, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार और ओडिशा में 21 और 22 मार्च को ओले गिरने के आसार हैं. इसके अलावा, इन राज्यों में 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं, जिससे स्थानीय निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.  

खेती पर असर और किसानों के लिए चेतावनी
मौसम के इस बदलाव का सीधा असर किसानों पर पड़ सकता है. ओलावृष्टि और तेज बारिश से फसलों को नुकसान पहुंचने की संभावना है, खासकर गेहूं, सरसों और दलहन जैसी फसलें प्रभावित हो सकती हैं.