Mahashivratri and Mahakumbh 2025: महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर आज महाकुंभ 2025 का अंतिम शाही स्नान जारी है. प्रयागराज के संगम तट पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है. आस्था और भक्ति के इस महासंगम में लोग रात से ही घाटों पर जुटने लगे थे और ब्रह्म मुहूर्त से ही पवित्र गंगा में डुबकी लगाने का सिलसिला जारी है. इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने के लिए देशभर से श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे हैं.
बता दें कि महाशिवरात्रि के इस अंतिम स्नान पर्व को लेकर प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद इस पूरे आयोजन की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. इसके लिए गोरखनाथ मंदिर में विशेष कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां से वे सीसीटीवी और लाइव रिपोर्ट्स के जरिए स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.
सीएम योगी ने किया पोस्ट, श्रद्धालुओं पर हुई पुष्पवर्षा
वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के इस पावन क्षण की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, ''यह हमारी आध्यात्मिक चेतना का वंदन है, आस्था-समरसता-एकात्मता का स्पंदन है, सनातन की सर्वसमावेशिता का अभिनंदन है… हर हर महादेव!'' प्रयागराज में त्रिवेणी संगम पर स्नान करने पहुंचे श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई, जिससे माहौल और अधिक भक्तिमय हो गया. इस दृश्य को देखकर श्रद्धालु भावविभोर हो उठे.
यह हमारी आध्यात्मिक चेतना का वंदन है,
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 26, 2025
आस्था-समरसता-एकात्मता का स्पंदन है,
सनातन की सर्वसमावेशिता का अभिनंदन है...
हर हर महादेव! pic.twitter.com/NGJ53u2HlO
महाकुंभ मेले में 65 करोड़ श्रद्धालुओं ने बनाया नया रिकॉर्ड
आज महाकुंभ मेले का 45वां और अंतिम दिन है. इस दौरान महाशिवरात्रि स्नान के लिए 65 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाकर नया रिकॉर्ड बना दिया है.
रात से ही श्रद्धालुओं का तांता, सुरक्षा के कड़े इंतजाम
आपको बता दें कि एसएसपी महाकुंभ राजेश द्विवेदी ने बताया कि, ''महाशिवरात्रि का यह स्नान कोई भी श्रद्धालु मिस नहीं करना चाहता. प्रयागराज के स्थानीय लोग भी बड़ी संख्या में स्नान के लिए आ रहे हैं. यही वजह है कि आधी रात से ही घाटों पर लंबी कतारें लगनी शुरू हो गई थीं.'' प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा न हो. सुरक्षा बल, पुलिस और स्वयंसेवक स्नान के दौरान भीड़ को नियंत्रित कर रहे हैं.
महाकुंभ 2025: एक ऐतिहासिक आयोजन का समापन
इसके अलावा, महाकुंभ 2025 का यह 45 दिवसीय भव्य आयोजन अब अपने अंतिम चरण में है. लाखों संत, महात्मा, नागा साधु और श्रद्धालु इस पवित्र अवसर का हिस्सा बने. अब जब यह आध्यात्मिक महायात्रा समाप्त हो रही है, तो प्रयागराज के घाट और गलियां भक्तों की यादों और आध्यात्मिक ऊर्जा से हमेशा के लिए रोशन हो गए हैं.
हालांकि, महाशिवरात्रि पर संगम में डुबकी लगाना करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए एक दिव्य अनुभव रहा. इस महास्नान के साथ ही महाकुंभ 2025 का औपचारिक समापन हो जाएगा. प्रशासन ने इस ऐतिहासिक आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो.