पंजाब के मोहाली जिले के सोहाना क्षेत्र में शनिवार शाम एक 6 मंजिला इमारत ढह गई, जिससे इलाके में भारी तबाही मच गई. इस घटना में कई लोगों के दबने की आशंका जताई जा रही है, और बचाव कार्य तेजी से जारी है. प्रशासन और आपातकालीन सेवाएं प्रभावित क्षेत्र में राहत और बचाव के प्रयासों में जुटी हुई हैं.
राहत कार्य में सेना और NDRF की मदद
ਮੋਹਾਲੀ ਵਿਖੇ 6 ਮੰਜ਼ਿਲੀ ਇਮਾਰਤ ਡਿੱਗੀ। ਦੋ ਦਰਜਨ ਦੇ ਕਰੀਬ ਬੰਦੇ ਦੱਬੇ ਹੋਣ ਦੀ ਖਬਰ । ਇੱਕ ਇਮਾਰਤ 'ਚ ਜ਼ਿਮ ਸੀ । ਕਈ ਮੁੰਡੇ ਜ਼ਿਮ ਕਰ ਰਹੇ ਸਨ। pic.twitter.com/nhmvFBZ7Kg
— Jagtar Singh Bhullar (@jagtarbhullar) December 21, 2024
गौरव यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'हमारी प्राथमिकता अधिक से अधिक लोगों की जान बचाना है. बचाव कार्य जारी है और घटनास्थल से अधिक जानकारी जुटाई जा रही है. इस घटना के कारणों की जांच की जा रही है और जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, लेकिन अब हमारी पूरी कोशिश जिंदगियों को बचाने की है.'
10-15 लोगों के दबे होने का अनुमान
मोहाली प्रशासन का मानना है कि कई लोग मलबे के नीचे दबे हो सकते हैं. प्रारंभिक रिपोर्टों के मुताबिक, सेना ने अनुमान जताया है कि बेसमेंट में करीब 10-15 लोग फंसे हो सकते हैं. एक घायल व्यक्ति, जो अर्ध-चेतन अवस्था में था, को NDRF टीम ने मलबे से बाहर निकाला और नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया.
कैसे हुआ हादसा
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, इमारत के गिरने का कारण पास के बेसमेंट की खुदाई बताई जा रही है. पुलिस और प्रशासन घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और मामले की जांच शुरू कर दी है. मोहाली के उप आयुक्त (DC) आशिका जैन ने भी इस संभावना को जताया कि कुछ लोग इमारत के मलबे के नीचे दबे हो सकते हैं और बचाव कार्य जारी है.
जिम में थे कुछ लोग
सोहाना गांव के पूर्व सरपंच, परविंदर सिंह सोहाना ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली है कि इस इमारत में एक जिम भी था, जो ढहने के दौरान क्षतिग्रस्त हो गया था. घटना के समय जिम में कुछ युवा मौजूद थे, और उनकी सलामती को लेकर अभी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. उन्होंने प्रशासन से अपील की कि बचाव कार्य में तेजी लाई जाए और जल्द से जल्द घायलों को बाहर निकाला जाए.
क्या अवैध निर्माण कर बनाई गई थी बिल्डिंग
प्रशासन ने अभी तक यह जांचना शुरू नहीं किया है कि क्या इस बहुमंजिला इमारत के निर्माण के लिए वैध अनुमति प्राप्त थी या नहीं. इस जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि इस दुर्घटना के पीछे किसी प्रकार की निर्माण संबंधी अनियमितताएं तो नहीं थीं.