menu-icon
India Daily

महाराष्ट्र में बड़े भाई की भूमिका में शिवसेना! इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर संजय राउत ने कह दी बड़ी बात

संजय राउत ने बड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि पार्टी पहले 23 सीटों पर चुनाव लड़ती रही है और आगामी लोकसभा चुनाव में सीट-बंटवारे के अनुपात में कोई बदलाव नहीं होगा.

auth-image
Edited By: Avinash Kumar Singh
Sanjay Raut

हाइलाइट्स

  • इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर संजय राउत का बड़ा बयान
  • 'सीट बंटवारे के मुद्दे पर एमवीए के बीच कोई टकराव नहीं'

नई दिल्ली: 2024 में लोकसभा चुनाव से पहले शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने बड़ा बयान दिया है. संजय राउत ने बड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि पार्टी पहले 23 सीटों पर चुनाव लड़ती रही है और आगामी लोकसभा चुनाव में सीट-बंटवारे के अनुपात में कोई बदलाव नहीं होगा.

'शिवसेना 23 सीटों पर लड़ती रही है और हम इस रुख पर कायम'

इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे पर बोलते हुए शिव सेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा, "यह महाराष्ट्र है और शिवसेना यहां की सबसे बड़ी पार्टी है. कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है. उद्धव ठाकरे निर्णय लेने के साथ सकारात्मक चर्चा कर रहे हैं. हमने राहुल गांधी, सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और केसी वेणुगोपाल सहित कांग्रेस के नेताओं से कहा है कि शिवसेना हमेशा दादरा और नगर हवेली सहित लोकसभा चुनाव में 23 सीटों पर लड़ती रही है और हम इस रुख पर कायम है. बैठक में यह निर्णय लिया गया कि शिवसेना (यूबीटी) और राकांपा द्वारा जीती गई सीटों पर आगे का फैसला बाद में लिया जाएगा. कांग्रेस एक महत्वपूर्ण सहयोगी है और सीट बंटवारे का अनुपात तय करने के लिए चर्चा की जाएगी."

'सीट बंटवारे के मुद्दे पर एमवीए के बीच कोई टकराव नहीं'

संजय राउत ने आगे कहा कि हमने बैठक के दौरान तय किया कि हमने जो सीटें जीती हैं, उन पर बाद में चर्चा की जाएगी. कांग्रेस ने महाराष्ट्र में एक भी सीट नहीं जीती इसलिए उन्हें शून्य (सीटों) से शुरुआत करनी होगी लेकिन एमवीए में कांग्रेस हमारे लिए एक महत्वपूर्ण सहयोगी है. हम साथ मिलकर काम करेंगे. महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना नंबर एक पार्टी है. लोग शिवसेना और शरद पवार के पूर्ण समर्थन में हैं. सीट बंटवारे के मुद्दे पर एमवीए के बीच कोई टकराव नहीं है. लोकसभा चुनाव में शिवसेना हमेशा 23 सीटों पर लड़ती रही है. हम निर्णय के साथ सकारात्मक चर्चा कर रहे हैं. सीट बंटवारे पर हम सिर्फ दिल्ली के कांग्रेस नेताओं से बात करेंगे, महाराष्ट्र के स्थानीय नेताओं से नहीं."